Edited By ,Updated: 25 Apr, 2017 01:26 AM
अब यात्रा के दौरान यात्री की अचानक तबीयत खराब होने पर ट्रेन में उपस्थित टी.टी.ई. प्राथमिक उपचार देगा। इसके बाद रेलवे स्टेशन के समीप अस्पताल में भर्ती करवाने की भी जिम्मेदारी टी.टी.ई.की होगी।
चंडीगढ़, (लल्लन): अब यात्रा के दौरान यात्री की अचानक तबीयत खराब होने पर ट्रेन में उपस्थित टी.टी.ई. प्राथमिक उपचार देगा। इसके बाद रेलवे स्टेशन के समीप अस्पताल में भर्ती करवाने की भी जिम्मेदारी टी.टी.ई.की होगी। रेलवे की ओर से सुधार करते हुए यह सुविधा चंडीगढ़ रेलवे स्टेशन से चलने वाली शताब्दी के साथ ही अब एक्सप्रैस व सुपरफास्ट ट्रेनों में भी शुरू की जा रही हैं। अंबाला मंडल के कई स्टेशनों के टी.टी.ई. को इन दिनों ट्रेनिंग दी जा रही है।
कुछ दवाएं भी होंगी साथ
टी.टी.ई. को कुछ जरूरी दवाओं की भी जानकारी दी जा रही है। रेलवे कर्मियों को प्रशिक्षित करने के साथ ही गंभीर रूप से बीमार यात्रियों को आपात स्थिति में इलाज देने के लिए हर जिला मुख्यालय में बड़े प्राइवेट अस्पताल से अनुबंध भी किया जाएगा। राजधानी, शताब्दी, मेल के अलावा लंबे स्टापेज वाली ट्रेनों को बीच के किसी स्टेशन पर रोककर यात्री को प्राइवेट अस्पताल में इलाज दिलाया जाएगा। करीब 10 टी.टी.ई. को पहले चरण में प्रशिक्षित किया जा रहा है। चंडीगढ़ रेलवे स्टेशन से चलने वाली शताब्दी ट्रेन में यह सुविधा पहले मौजूद थी। लेकिन अब इंटरसिटी, सुपरफास्ट तथा 3 मेल ट्रेनों को भी शामिल किया जा रहा है।
स्टेशन पर ठहराव न होने के बाद भी रोकी जा सकेगी ट्रेन
सफर के दौरान यदि कोई यात्री गंभीर रूप से बीमार है और उसको अस्पताल में भर्ती करवाना जरूरी है तो यदि किसी भी ट्रेन का भले ही आने वाले स्टेशन पर स्टॉपेज न हो लेकिन टी.टी.ई.स्टेशन अधीक्षक से बात करके किसी भी स्टेशन पर ट्रेन को रुकवा कर यात्री को अस्पताल में भर्ती करवा सकता है।