Edited By Punjab Kesari,Updated: 06 Dec, 2017 04:25 PM
चंडीगढ़ में पॉल्यूशन के सभी पॉल्यूटेंट्स की जानकारी हासिल करने के लिए अब चंडीगढ़ पॉल्यूशन कंट्रोल कमेटी (सी.पी.सी.सी.) के पास एक अत्याधुनिक मशीन मौजूद है, लेकिन अभी तक इस मशीन ने ऑपरेट करना शुरू नहीं किया है।
चंडीगढ़, (विजय गौड़) : चंडीगढ़ में पॉल्यूशन के सभी पॉल्यूटेंट्स की जानकारी हासिल करने के लिए अब चंडीगढ़ पॉल्यूशन कंट्रोल कमेटी (सी.पी.सी.सी.) के पास एक अत्याधुनिक मशीन मौजूद है, लेकिन अभी तक इस मशीन ने ऑपरेट करना शुरू नहीं किया है। यह मशीन तो कई महीनों पहले प्रशासन के पास पहुंच चुकी थी, लेकिन बार-बार किन्हीं कारणों से यह मशीन अभी तक चालू हालत में नहीं आ पाई है। यही वजह है कि अभी तक सी.पी.सी.सी. को शहर की हवा में घुल चुके सभी पॉल्यटेंट्स के बारे में कोई जानकारी नहीं है। यह मशीन गवर्नमैंट कॉलेज ऑफ कॉमर्स एंड बिजनेस एडमिनिस्ट्रेशन सैक्टर-50 में इंस्टॉल की जानी है, लेकिन सी.पी.सी.सी. की ओर से देरी से इलैक्ट्रिसिटी सहित अन्य काम अलॉट किए जाने की वजह से मशीन ऑपरेट नहीं कर पाई। गौरतलब है कि इससे पहले एजुकेशन डिपार्टमैंट की ओर से परमीशन न मिलने की वजह से यह मशीन गवर्नमैंट कॉलेज ऑफ कॉमर्स एंड बिजनैस एडमिनिस्ट्रेशन सैक्टर-50 में इंस्टॉल नहीं की जा सकी थी।
25 गैसों की पहचान होगी आसान
एन्वायरमैंट कंट्रोल एजैंसियां भी लगातार शहरों को रियल टाइम एंबियंट एयर क्वालिटी मॉनिटरिंग स्टेशन लगाने की सिफारिश कर रही हैं। दरअसल इस मशीन के जरिए सल्फर डाईऑक्साइड, नाइट्रोजन डाईऑक्साइड, कार्बन मोनोऑक्साइड, कार्बन डाईऑक्साइड, हाईड्रोजन क्लोराइड, एयरबोर्न पर्टिकुलेट मेटर, मर्करी, वॉलेटाइल ऑर्गेनिक कंपाऊंड और ऑक्सीजन सहित कुल 15 गैसों की पहचान कर हवा में उनकी मात्रा की जानकारी एकत्रित की जा सकती है। इसके अतिरिक्त इस मशीन के जरिए वायु प्रवाह और आद्रता की भी सटीक जानकारी मिलती है।