चाणक्य नीति: राज्य के सभी प्रकार के झंझटों से छुटकारा पाने हेतु जरुरी है, इनकी राय
Edited By ,Updated: 24 Jul, 2016 02:55 PM
भारतीय साहित्य और आम जनमानस में आचार्य चाणक्य की नीतियों का महत्त्वपूर्ण स्थान है। इन्हें अपने जीवन में अपनाकर जीवन को सुखमय
भारतीय साहित्य और आम जनमानस में आचार्य चाणक्य की नीतियों का महत्त्वपूर्ण स्थान है। इन्हें अपने जीवन में अपनाकर जीवन को सुखमय एवं सफल बना सकते हैं। चाणक्य को राजनीति कुशल, कूटनीति में संपन्न, अर्थशास्त्र के विद्वान माना जाता है। उनकी नीतियों में सुखी जीवन के कई सूत्र छिपे हैं, जिन्हें आज भी प्रयोग में लाया जाता है। आचार्य के अनुसार मंत्रिमंडल की राय लेकर राज्य के झंझटों से छुटकारा मिलता है।
सन्धिविग्रहयोनिर्मण्डत:।
पड़ोसी राज्यों से संधियां तथा पारस्परिक व्यवहार का आदान-प्रदान और संबंध विच्छेद आदि का निर्वाह मंत्रिमंडल करता है। विदेश नीति का निर्धारण करते समय तक पड़ोसी राज्यों से संधि तथा संबंध-विच्छेद का परिपालन मंत्रिमंडल के द्वारा ही होना चाहिए। जो राजा ऐसा करता है, वह सभी झंझटों से बचा रहता है।