Edited By ,Updated: 06 Oct, 2016 09:56 AM
राजनीति अौर अर्तशास्त्र के पितामाह आचार्य चाणक्य ने अपने जीवन से प्राप्त अनुभवों का उल्लेख चाणक्य नीति में किया है। उनकी नीतियों
राजनीति अौर अर्तशास्त्र के पितामाह आचार्य चाणक्य ने अपने जीवन से प्राप्त अनुभवों का उल्लेख चाणक्य नीति में किया है। उनकी नीतियों पर अमल करके व्यक्ति जीवन की परेशानियों से मुक्ति प्राप्त कर सकता है। चाणक्य ने कुछ ऐसी बातों के बारे में बताया है, व्यक्ति को जिन्हें गुप्त रखना चाहिए।
* चाणक्य के अनुसार धन की हानि होने पर इसके बारे में किसी को नहीं बताना चाहिए। ऐसा करने से व्यक्ति की मान-प्रतिष्ठा नष्ट होती है। लोग उस व्यक्ति का मान-सम्मान नहीं करते। कुछ लोग मदद करने की अपेक्षा उसका मजाक उठाते हैं इसलिए इस बात को गुप्त रखना चाहिए।
* मन में दुख होने पर भी उसे किसी के सम्मुख जाहिर नहीं करना चाहिए। दुनिया में बहुत कम लोग हैं जो आपके बारे में अच्छा सोचते हैं। कुछ लोग पीठ पीछे व्यक्ति का उपहास उठाते हैं। इस प्रकार के लोग दुख कम करने की बजाय अौर बढ़ा देते हैं।
* अपने घर की बातें किसी के सामने नहीं कहनी चाहिए। विशेषकर पुरुष को अपनी पत्नी के चरित्र से संबंधित कोई बात किसी के सम्मुख नहीं करनी चाहिए। ऐसा करने से पुरुष की मान-प्रतिष्ठा नष्ट हो जाती है अौर उसे भविष्य में कई परेशानियों का सामना करना पड़ सकता है।
* कहा जाता है कि ज्ञानी वहीं होता है जो मान-सम्मान में हमेशा समान रहता हो। ऐसा करना कठिन होता है। चाणक्य के अनुसार जीवन में हुए अपमान के बारे में किसी को नहीं बताना चाहिए। कई व्यक्ति ऐसी बातों को गुप्त रखने की बजाय दूसरों को बता देते हैं। जिससे आपके अपमान में वृद्धि होती है इसलिए ऐसी बातें किसी को नहीं बतानी चाहिए।