Edited By ,Updated: 25 Oct, 2016 09:49 AM
कार्यालय में कार्य करते समय व्यक्ति को सकारात्मक अौर नकारात्मक स्थितियों का सामना करना पड़ता है। कई बार व्यक्ति कार्यालय
कार्यालय में कार्य करते समय व्यक्ति को सकारात्मक अौर नकारात्मक स्थितियों का सामना करना पड़ता है। कई बार व्यक्ति कार्यालय में सामंजस्य नहीं बिठा पाता। आचार्य चाणक्य ने ऐसी नीतियों का उल्लेख किया है जिन पर अमल करके व्यक्ति कार्यालय में सफलता हासिल कर सकता है।
* सदैव सत्य बोलना चाहिए।
* स्वयं को प्रेरित कर सदैव कड़ी मेहनत करें अौर अपने प्रत्येक दिन को बेहर बनाएं।
* अपने रहस्यों को गुप्त रखें इन्हें किसी के साथ शेयर न करें। ये व्यक्ति को नष्ट कर सकते हैं।
* व्यक्ति को अपनी भावनाअों को काबू में रखना चाहिए।
* अॉफिस में फिजूल की बातों पर समय व्यर्थ नहीं चाहिए।
* हर मित्रता के पीछे स्वार्थ है क्योंकि इसके बिना दोस्ती संभव नहीं होती। ये एक कड़वा सत्य है।
* मित्रों अौर कलीग्स में अंतर पहचानें। दफ्तर में काम के समय अपना पूरा ध्यान कार्य पर केंद्रित रखें।
* इस बात को सुनिश्चित करें कि आप बेकार के कामों पर समय व्यर्थ तो नहीं करते हैं।
* काम की तारीफ करने के साथ-साथ आलोचना करने वाले भी बहुत होते हैं। आलोचकों से भयभीत न होकर उनका सकारात्मक रूप से मूल्यांकन कर सुधार करते रहें।
* लगातार प्रयास से बेहतर से बेहतर करने की कोशिश करते रहना चाहिए।