Edited By ,Updated: 19 Dec, 2016 04:11 PM
चीन की आर्थिक सफलता में निर्यात की भूमिका सबसे महत्वपूर्ण है।
नई दिल्लीः चीन की आर्थिक सफलता में निर्यात की भूमिका सबसे महत्वपूर्ण है। भारत लौह अयस्क, बॉक्साइट और मैगनीज का दुनिया में सबसे बड़ा भंडार है। भारत की सबसे बड़ी ताकत खाद्य सामग्री, कृषि, अयस्कों, धातुओं और कीमती पत्थरों की भरमार है। लेकिन इन सबके बावजूद निर्यात के मामले में भारत चीन से मुकाबले में नाकाम रहा है। भारत चीन की तुलना में अच्छा प्रदर्शन कर सकता है, लेकिन इसके उन क्षेत्रों पर फोकस बढ़ाने की जरूरत है, जो देश का मजबूत पक्ष है।
कई सैक्टर्स में बेहतर है भारत की स्थिति
फूड आइटम्स, कृषि संबंधी रॉ मटीरियल, अयस्क, धातुओं और कीमती पत्थरों के मामले में भारत चीन से काफी बेहतर है। सिर्फ मैन्युफैक्चरिंग गुड्स में चीन बेहतर प्रदर्शन कर रहा है।
चीन बढ़ रहा है तेजी से
वैश्विक जीडीपी में चीन का हिस्सा भारत की तुलना में बेहद तेजी से बढ़ा है। 2000 में वैश्विक जीडीपी में चीन का हिस्सा 3.62 फीसदी था, जो बढ़कर 2015 में 14.80 फीसदी हो गया है। जबकि, इस दौरान भारत की हिस्सेदारी 1.43 फीसदी से बढ़कर महज 2.82 फीसदी हो पाई है।
चीन का निर्यात है 10 गुना ज्यादा
भारत 1995 में वर्ल्ड ट्रेड ऑर्गनाइजेशन का सदस्य है, जबकि चीन 2001 में इसका सदस्य बना। इसके बावजूद भारत के निर्यात में चीन की अपेक्षा तेजी देखने को नहीं मिली। फिलहाल चीन की अर्थव्यवस्था भारत से करीब पांच गुनी है, जबकि निर्यात करीब 10 गुना है।