Edited By ,Updated: 01 Oct, 2016 12:42 AM
देश की सबसे बड़ी स्पेक्ट्रम नीलामी शुरू होने से एक दिन पहले सरकार ने शुक्रवार को कहा कि दूरसंचार कंपनियों को अपनी...
नई दिल्ली: देश की सबसे बड़ी स्पेक्ट्रम नीलामी शुरू होने से एक दिन पहले सरकार ने शुक्रवार को कहा कि दूरसंचार कंपनियों को अपनी स्पेक्ट्रम की ‘टंकी फुल’ कर लेनी चाहिए क्योंकि इस तरह की अगली बोली शायद अब लंबे समय तक नहीं हो। दूरसंचार सचिव जे एस दीपक ने पीटीआई भाषा से कहा कि हमारा मानना है कि इस नीलामी के बाद भारत में स्पेक्ट्रम की कोई कमी नहीं रहेगी। स्पेक्ट्रम की कमी के कारण सेवाआें की गुणवत्ता प्रभावित होन की समस्या इतिहास बन जाएगी।
उन्होंने इस नीलामी को स्पेक्ट्रम जमा करने का बड़ा अवसर करार दिया। उन्होंने कहा कि एेसा नहीं करने वाली दूरसंचार कंपनियां अन्य कंपनियों की तुलना में प्रतिस्पर्धात्मक रूप से घाटे की स्थिति में आ सकती हैं। उन्होंने कहा कि इस नीलामी के बाद भी अगर कोई स्पेक्ट्रम नहीं बिकता है तो इसका मतलब यही होगा कि उसकी मांग नहीं है।
हम सभी बैंडों में कंपनियों द्वारा खरीदे गए स्पेक्ट्रम को सुसंगत करेंगे ताकि कंपनियों के लिए इसकी दक्षता बढाई जा सके। सुसंगतीकरण की प्रकिया के बाद ही हम अगली नीलामी के बारे मंे सोचेंगे। उल्लेखनीय है कि आज की नीलामी की दौड़ में भारती एयरटेल, वोडाफोन, आइडिया सेल्यूलर, रिलायंस जियो, रिलायंस कम्युनिकेशंस, एयरसेल और टाटा टेलीसर्विसेज शामिल है।