Edited By ,Updated: 04 Oct, 2015 12:42 PM
दक्षिण अफ्रीका के खिलाफ पहले ही मुकाबले में हारी भारतीय क्रिकेट टीम के लिए सोमवार को यहां होने वाला दूसरा ट्वंटी 20 मैच 'करो या मरो
कटकः दक्षिण अफ्रीका के खिलाफ पहले ही मुकाबले में हारी भारतीय क्रिकेट टीम के लिए सोमवार को यहां होने वाला दूसरा ट्वंटी 20 मैच 'करो या मरो' का होगा जिसमें जीत जहां उसे बराबरी दिला देगी तो हार से सीरीज मेहमान टीम की झोली में चली जाएगी।
तीन ट्वंटी 20 मैचों की सीरीज में दक्षिण अफ्रीका पिछला मैच जीतकर 1-0 से आगे है और अब उसकी कोशिश इस प्रदर्शन को दोहराकर सीरीज कब्जाने की है। हालांकि पिछले मैच के साथ ही ट्वंटी 20 अंतर्राष्ट्रीय मैचों में कप्तानी का अर्धशतक लगा चुके महेंद्र सिंह धोनी इस बार अधिक सर्तकता के साथ उतरेंगे और उम्मीद है कि वह पिछली गलतियों से सबक लेते हुए बेहतर रणनीति बनाएंगे।
भारतीय टीम ने धर्मशाला में बेहतरीन प्रदर्शन कर दक्षिण अफ्रीका के सामने 200 रन का बड़ा लक्ष्य रखा था लेकिन अच्छी शुरूआत के बावजूद उसके गेंदबाजों के शर्मनाक प्रदर्शन ने बल्लेबाजों की मेहनत पर पानी फेर दिया था। दक्षिण अफ्रीकी टीम के पास बल्लेबाजों के साथ साथ गेंदबाजों का भी बेहतर संयोजन है और विदेशी जमीन पर उसका अच्छा रिकार्ड साबित करता है कि भारत की राह उतनी भी आसान नहीं होने वाली है।
पिछले मैच के हीरो रहे दक्षिण अफ्रीकी आलराऊंडर जे पी डुमिनी ने टीम के शुरूआती 3 विकेट गिरने के बावजूद अपनी नाबाद 68 रन की पारी से पूरे मैच का रूख पलट कर रख दिया था और इस बार भी सबसे अधिक निगाहें उन्हीं पर होंगी। डुमिनी के उपमहाद्वीप की पिचों पर इतने अच्छे प्रदर्शन का श्रेय इंडियन प्रीमियर ट्वंटी 20 लीग को भी जाता है और इसी अनुभव को उन्होंने अपनी जमीन पर खेल रही भारतीय टीम के खिलाफ बखूबी इस्तेमाल किया।