Edited By Punjab Kesari,Updated: 30 Sep, 2017 09:11 AM
आज शनिवार दी॰ 30.09.17 आश्विन शुक्ल दशमी को दशहरा पर्व मनाया जाएगा। शारदीय नवरात्र के विसर्जन में देवी अपराजिता अर्थात विजया का पूजन कर विसर्जन किया जाता है। इसी कारण इसे विजयदशमी भी कहते हैं।
आज शनिवार दी॰ 30.09.17 आश्विन शुक्ल दशमी को दशहरा पर्व मनाया जाएगा। शारदीय नवरात्र के विसर्जन में देवी अपराजिता अर्थात विजया का पूजन कर विसर्जन किया जाता है। इसी कारण इसे विजयदशमी भी कहते हैं। शास्त्रनुसार इस दिन शस्त्र-पूजा करने का विधान है। दशहरा दस पापों व दस विकारों का शमन करता है। यह पर्व दस दिशाओं व दशदिग्गपाल का सूचक है। इस दिन वैदिक यज्ञों हेतु शमी व अश्वत्थ की दो टहनियों से अग्नि उत्पन्न करने का विधान है। विजयदशमी पर शनिवार होने के कारण शमी की समिधा का विशेष महत्त्व बढ़ जाता है। शनिदेव को शांत रखने हेतु भी शमी की पूजा की जाती है। शमी को गणेश जी का भी प्रिय वृक्ष माना गया है व इसकी पत्तियां गणेश पूजन में भी चढ़ाई जाती हैं। इस दिन सर्वकार्य सिद्धिदायक 'विजय' नामक मुहूर्त होता है। विजयदशमी पर देवी दुर्गा के साथ-साथ राम, सीता, लक्ष्मण, हनुमान, भरत व शत्रुघ्न अर्थात राम-दरबार का विधिवत पूजन करने का विधान है। राम-दरबार के विशेष पूजन व उपाय से दुर्भाग्य दूर होता है व दुर्घटनाओं से मुक्ति मिलती है।
विशेष पूजन विधि: राम-दरबार का विधिवत दशोपचार पूजन करें। तिल के तेल का दीप करें, लोबान धूप करें, पीपल का पत्ता व शमीपत्र चढ़ाएं। काजल, लौंग, उड़द, राई, काली मिर्च व सिक्के चढ़ाएं तथा नारियल अर्पित करें तथा इस विशेष मंत्र का 1 माला जाप करें। पूजन के बाद नारियल किसी गरीब को दान दे दें।
पूजन मुहूर्त: दिन 14:16 से दिन 15:04 तक।
पूजन मंत्र: ॐ विजयायै नमः॥
आज का शुशाशुभ
आज का अभिजीत मुहूर्त: दिन 11:47 से दिन 12:34 तक।
आज का गुलिक काल: प्रातः 06:17 से प्रातः 07:45 तक।
आज का यमगंड काल: दिन 13:39 से शाम 15:07 तक।
आज का अमृत काल: दिन 11:12 से दिन 12:58 तक।
आज का राहु काल: प्रातः 09:14 से प्रातः 10:42 तक।
आज का गुडलक ज्ञान
आज का गुडलक कलर: नीला।
आज का गुडलक दिशा: पश्चिम।
आज का गुडलक मंत्र: ॐ कामाक्ष्यै नमः॥
आज का गुडलक टाइम: शाम 17:26 से शाम 18:16 तक।
आज का बर्थडे गुडलक: बिजनैस में सफलता के लिए शनि मंदिर में बारह कागजी बादाम चढ़ाएं।
आज का एनिवर्सरी गुडलक: पारिवारिक समृद्धि के लिए अपराजिता देवी पर सूखे हुए शमीपत्र चढ़ाएं।
गुडलक महागुरु का महा टोटका: दुर्भाग्य और दुर्घटनाओं से मुक्ति पाने के लिए 10 लौंग सिर से वारकर जला दें।
आज के गुडलक में बस इतना ही। कल गुडलक में हम आपको बताएंगे कैसे भगवान विष्णु का पद्मनाभ स्वरूप आपको दिला सकता है आपके किए गए सभी पापों से मुक्ति।
आचार्य कमल नंदलाल
ईमेल: kamal.nandlal@gmail.com