Edited By Niyati Bhandari,Updated: 15 Apr, 2020 03:43 PM
आचार्य चाणक्य बताते हैं कि राजा, ब्राह्मण और स्त्रियों की शक्ति किस में है। जिससे वे अपने कामों को अंजाम देते हैं और दूसरों को अपने मोहपाश में बांधते हैं।
शास्त्रों की बात, जानें धर्म के साथ
Chanakya niti: आचार्य चाणक्य बताते हैं कि राजा, ब्राह्मण और स्त्रियों की शक्ति किस में है। जिससे वे अपने कामों को अंजाम देते हैं और दूसरों को अपने मोहपाश में बांधते हैं।
बाहुवीर्यबलं राज्ञो ब्राह्मणो ब्रह्मविद् बली। रूप-यौवन-माधुर्यं स्त्रीणां बलमनुत्तमम्।।
राजा ऐसा व्यक्ति होता है जिसके अधीन सेना, मंत्री और अन्य राजा रहते हैं। इसके बावजूद उसे अत्यधिक शक्तिशाली होना चाहिए क्योंकि शक्तिहीन व्यक्ति कभी राजा हो ही नहीं सकता। दूसरों पर अपना शासन स्थापित करने के लिए उन से अधिक ताकतवर होना अवश्यक है। राजा जितना शक्तिशाली होगा उतना ही अच्छा शासक रहता है।
ज्ञान ऐसी शक्ति है जिसे न तो कोई चुरा सकता है और न ही कोई छिन सकता है। ब्राह्मण, संत, महात्मा या ज्ञानी व्यक्ति की सबसे बड़ी शक्ति उसका ज्ञान है। वह अपने ज्ञान के बल पर किसी को भी अपने वश में कर सकता है। ईश्वर और जीवन से संबंधित ज्ञान ही किसी भी ब्राह्मण की सबसे बड़ी शक्ति हो सकता है।
जवान और खूबसूरत स्त्रियां अपनी मीठि बोली से दूसरों को अपनी ओर आकर्षित करके अपने मनचाहे काम करवा लेती हैं। पुरुषों के लिए किसी भी स्त्री की उपलब्धि को कम कर आंकने का सबसे अच्छा तरीका यही होता है कि उसकी उपलब्धि के लिए उसके औरत होने को ही कारण बताएं। खास कर यदि वह औरत जवान और खूबसूरत हो तो फिर बात ही क्या ?