Edited By Punjab Kesari,Updated: 13 Jun, 2017 11:44 AM
भारत में रामभक्त हनुमान जी के बहुत सारे मंदिर हैं। हर मंदिर से संबंधित कई कथाएं प्रचलित हैं लेकिन अजमेर के बजरंगगढ़ मंदिर में पिछले सात सालों से रामू
भारत में रामभक्त हनुमान जी के बहुत सारे मंदिर हैं। हर मंदिर से संबंधित कई कथाएं प्रचलित हैं लेकिन अजमेर के बजरंगगढ़ मंदिर में पिछले सात सालों से रामू नामक वानर हनुमान जी की भक्ति कर रहा है। रामू मंदिर में ही रहता, खाता-पीता अौर सोता है। वह अपने माथे पर बालाजी का तिलक भी लगवाता है। इसके अतिरिक्त वह अपने पैर धुलवाता है अौर भक्तों को आशीर्वाद देता है। इतना ही नहीं मंदिर में आरती व हनुमान चालीसा के दौरान उपस्थित रहता है। रामू मंदिर में रखे घंटे व झालर बजाता अौर भजन पर नृत्य भी करता है।
बताया जाता है कि मंदिर के चौकीदार के साथ रामू का करीबी रिश्ता है। सात वर्ष पूर्व श्राद्ध के दौरान रामू किसी मदारी से छूटकर यहां आया था। जब रामू यहां आया था तो वह बीमार था जब मंदिर के चौकीदार ने इसकी देखभाल की थी। दोनों के मध्य रिश्ता गहरा हो गया। चौकीदार ने रामू को रोटी खाना, खुद पानी पीना, पेड़ों पर चढ़ना आदि चीजें सिखाई।
मंदिर के पुजारी का कहना है कि रामू मंदिर के लिए शुभ है। जब से वह मंदिर में आया है लोगों को बहुत लाभ हुए हैं। रामू साक्षात बालाजी के रूप में मंदिर की रक्षा करता है। कहा जाता है कि एक बार मंदिर में आई महिला की सोने की बाली कहीं खो गई थी। रामू ने वह बाली ढूंढकर अपने मालिक को बताई। तब चौकीदार ने रामू के संकेतों के आधार पर वह बाली उस महिला को दी।