Edited By ,Updated: 17 Jan, 2017 01:26 PM
शास्त्रों के अनुसार जो महिलाएं प्रतिदिन सुबह सोलह श्रृंगार करती हैं, उनके घर में देवी महालक्ष्मी का वास होता है। उनका परिवार खुशहाल रहता है। महिलाओं के सोलह श्रृंगार की खास वस्तु पायल,
शास्त्रों के अनुसार जो महिलाएं प्रतिदिन सुबह सोलह श्रृंगार करती हैं, उनके घर में देवी महालक्ष्मी का वास होता है। उनका परिवार खुशहाल रहता है। महिलाओं के सोलह श्रृंगार की खास वस्तु पायल, जो उनके पैरों की खूबसूरती तो बढ़ाती ही है साथ में अन्य लाभ भी देती है। चांदी से निर्मित पायल को पांव में डाला जाता है। यह चंद्रमा की धातु होती है, जो मन का कारक ग्रह है। इसमें बजने वाले घुंघरू मन को एकाग्र करके रखते हैं, भटकने नहीं देते। जिस घर में महिलाओं के पांव की छन-छन होती है, वहां दैवीय शक्तियां अपनी कृपा बरसाती हैं और सकारात्मक माहौल बना रहता है।
* चांदी जब शरीर के साथ लगी रहती है तो हडिड्यों को मजबूती मिलती है।
* अकसर देखा जाता है की जब बेटी घर से विदा होती है तो लक्ष्मी भी अपना मुंह मोड़ लेती है। आर्थिक संकट से बचने के लिए बेटी का जब रिश्ता पक्का हो, उसे पायल पहना दें। विदाई के समय एक पायल बेटी के पांव से निकलवा कर अपने लॉकर में रख लें और दूसरी पायल उसे दे दें, वो अपने लॉकर में रख ले।
* दाएं पैर की पायल गुमने से सामाज में बदनामी सहनी पड़ती है।
* बाएं पैर की पायल गुमना एक्सीडैंट अथवा महाविपदा का संकेत है।
* ज्योतिष शास्त्र के अनुसार अपनी पुत्री को विवाह के समय पायल का दान दिया जाए जिससे उसका भावी जीवन हरा-भरा रहे और वो रानी की तरह अपने ससुराल में अपना राज्य स्थापित कर सके।