Edited By ,Updated: 29 Nov, 2016 09:17 AM
भारतीय साहित्य और आम जनमानस में आचार्य चाणक्य की नीतियों का महत्त्वपूर्ण स्थान है। इन्हें अपने जीवन में अपनाकर जीवन को सुखमय एवं सफल बना
भारतीय साहित्य और आम जनमानस में आचार्य चाणक्य की नीतियों का महत्त्वपूर्ण स्थान है। इन्हें अपने जीवन में अपनाकर जीवन को सुखमय एवं सफल बना सकते हैं। उन्हें राजनीति कुशल, कूटनीति में संपन्न, अर्थशास्त्र के विद्वान माना जाता है। उनकी नीतियां जीवन में मुसीबतों से छुटकारा पाने के लिए प्रयोग की जा सकती हैं। उनकी नीतियों में मुसीबतों से छुटकारा पाने के रहस्य छुपे होते हैं।
* चाणक्य के अनुसार पराए घर में रहने वाली महिला, नदी किनारे के वृक्ष अौर जिस राजा का मंत्री न हो वे शीघ्र नष्ट हो जाते हैं।
* प्रजा के पाप का फल राजा को, राजा के पाप का फल राजपुरोहित को, शिष्य द्वारा किए पापों का फल गुरु को अौर स्त्री के पापों का फल पति को भोगना पड़ता है।
* कोयल की सुंदरता उसका बोली पर, कुरुप व्यक्ति की सुंदरता उसका ज्ञान, संतों की सुंदरता उनकी क्षमा शक्ति अौर महिला की सुंदरता उसका पतिव्रत धर्म है।
* चाणक्य के अनुसार स्त्रियों का गुरु उनका पति, घर आया हुआ अतिथि सबका गुरु होता है। उसी प्रकार अग्निदेव ब्राह्मण, क्षत्रिय अौर वैश्य के गुरु हैं। चारों वर्णों का गुरु श्रेष्ठ ब्राह्मण होते हैं।
* वही स्त्री श्रेष्ठ है जिसे पति का प्रेम मिलता हो, जो पतिव्रता, समझदार हो अौर जो सदैव सत्य बोलती हो।