Edited By ,Updated: 14 Mar, 2017 11:50 AM
14 मार्च से लेकर 13 अप्रैल तक मीन माह रहेगा। जिसे खरमास, यानि खराब महीने के नाम से भी जाना जाता है। तभी तो
14 मार्च से लेकर 13 अप्रैल तक मीन माह रहेगा। जिसे खरमास, यानि खराब महीने के नाम से भी जाना जाता है। तभी तो एक माह तक सभी शुभ कामों पर विराम लग जाता है, कोई नया काम आरंभ नहीं किया जाता। ज्योतिष विद्वानों का मानना है कि एक महीने तक जरा बच कर रहिएगा और सोच-विचार करने के बाद ही किसी काम में हाथ डालें। हिंदू शास्त्रों में विशेष मंत्र अंकित हैं, जिनका जाप खर मास में करने पर अक्षय पुण्यों की प्राप्ति होती है। पुरातन काल में श्रीकौण्डिन्य ऋषि ने इस मंत्र की महत्ता पर प्रकाश डाला था। मंत्र जाप करते समय बांसुरी बजाते हुए पीले वस्त्र धारण किए हुए श्रीराधाकृष्ण का ध्यान करना चाहिए।
मंत्र
गोवर्धनधरं वन्दे गोपालं गोपरूपिणम्।
गोकुलोत्सवमीशानं गोविन्दं गोपिकाप्रियम्।।
धर्मग्रंथों में कहा गया है, जो जातक एक महीने तक इस मंत्र का जाप करता है,
उसे पुरुषोत्तम भगवान की प्राप्ति होती है।
करें उपाय, इच्छाएं होंगी पूरी और बनेंगे बिगड़े काम
सुबह-शाम सूर्यदेव के समक्ष देसी घी का दीपदान करें।
शुद्ध देसी घी का करें दान, सूर्यदेव लगाएंगे आपका बेड़ा पार
खर मास में पड़ने वाले दोनों एकादशी व्रत करें।
भगवान विष्णु को तुलसी के पत्ते डालकर खीर का भोग लगाएं।
सुबह और शाम तुलसी के आगे गाय के घी का दीपक लगाएं और ॐ नमो भगवते वासुदेवाय नमः मंत्र का जाप करते हुए 4 परिक्रमा लगाएं।