Edited By Punjab Kesari,Updated: 27 Aug, 2017 12:43 PM
हर घर में देवी-देवताअों की प्रतिमाएं रखी होती हैं। लोग भगवान के लिए नए वस्त्र अौर मिठाई आदि चीजें लेकर
हर घर में देवी-देवताअों की प्रतिमाएं रखी होती हैं। लोग भगवान के लिए नए वस्त्र अौर मिठाई आदि चीजें लेकर आते हैं। इसके साथ ही वे भगवान की प्रतिदिन पूजा-अर्चना करते हैं लेकिन कई बार उनकी छोटी सी गलती के कारण भगवान रूठ जाते हैं। व्यक्ति अनजाने में ऐसी गलतियां कर बैठता है जिनको वास्तु में अशुभ माना जाता है। यहां कुछ बातों के बारे में बताया गया जिन पर ध्यान रखने से अशुभ प्रभावों से बचा जा सकता है।
भगवान विष्णु अौर श्रीकृष्ण को प्रसाद के साथ तुलसी अर्पित करने का बड़ा महत्व है। कई लोग तुलसी के बहुत सारे पत्ते पहले ही तोड़ कर रख लेते हैं अौर उनके सुख जाने के बाद भी चढ़ाते रहते हैं लेकिन ऐसा करना अशुभ होता है।
भगवान को पूजा में फूल अौर फूल की मालाएं चढ़ाई जाती है। अधिकतर लेग फूल की माालाअों को चढ़ाने बाद उन्हें मंदिर से हटाना भूल जाते हैं अौर वे सुख जाते हैं। जबकि घर में सुखे हुए फूल अौर मालाएं रखना अशुभ होता है। पूजा के बाद भगवान को अर्पित फूल अौर फूल की मालाअों को शाम से पूर्व मंदिर से हटा देना चाहिए।
पूजा में दीपक भी प्रज्वलित किया जाता है। यदि दीपक थोड़ा सा भी खंडित हो गया है तो उसको प्रज्वलित नहीं करना चाहिए। ऐसा करना अशुभ होता है।
घर या मंदिर में भूलकर भी भगवान की खंडित प्रतिमा नहीं रखनी चाहिए। यदि कोई प्रतिमा खंडित हो गई है तो उसे नदीं मे प्रवाहित कर दें या पीपल के पेड़ के नीचे रख देनी चाहिए।