Edited By ,Updated: 28 Jan, 2017 04:28 PM
जिस व्यक्ति पर देवताअों अौर भाग्य का शुभ प्रभाव हो उसे जीवन में लाभ व उन्नति की प्राप्ति होती रहती है। भगवान विष्णु के परम भक्त नारद मुनि ने मनुष्यों के लिए
जिस व्यक्ति पर देवताअों अौर भाग्य का शुभ प्रभाव हो उसे जीवन में लाभ व उन्नति की प्राप्ति होती रहती है। भगवान विष्णु के परम भक्त नारद मुनि ने मनुष्यों के लिए ऐसी बातें बताई हैं, जिनका उल्लेख नारद पुराण में किया गया है। नारद पुराण में ऐसी ही कुछ बातों के बारे में बताया गया है जिनका स्पर्श अशुभ माना जाता है। उन चीजों के स्पर्श करने के बाद स्नान जरुर कर लेना चाहिए।
नारद पुराण के अनुसार गीली हड्डी से स्पर्श होना अशुभ फलदाई होता है।
जूठन पर पैर लगना या उसे स्पर्श करना अशुभ होता है। इसे शुभ फल हरने वाला माना जाता है।
झाडू लगाते समय उससे उड़कर जल के छींटे पड़ना भी शुभ फल को हरने वाला होता है।
शव का दाह संस्कार करते समय उसमें से उठने वाला धुंआ शरीर से लगना भी अशुभ होता है। इसलिए ऐसा होने पर स्नान कर लें।
नारद पुराण के अनुसार मृतक का स्पर्श भी शुभ नहीं होता। मृतक का शव स्पर्श करने के बाद स्नान कर लेना चाहिए।
चिता की लकड़ी का स्पर्श करने के बाद व्यक्ति को स्नान कर लेना चाहिए। तभी अंतिम संस्कार के बाद स्नान किया जाता है।
चटाई से उड़कर आने वाला जल भी शरीर को अशुद्ध कर देता है। इसलिए ऐसा होने पर व्यक्ति को स्नान कर लेना चाहिए।