Edited By Punjab Kesari,Updated: 30 Sep, 2017 08:26 AM
हिंदू पंचांग के अनुसार कुछ ऐसे मुहूर्त होते हैं, जिन्हें स्वयंसिद्ध कहा जाता है। शास्त्र कहते हैं इस दिन किया गया काई भी काम कभी असफल नहीं होता। आज दशहरा यानी विजयादशमी है। यह भी स्वयंसिद्ध मुहूर्तों में से एक है।
हिंदू पंचांग के अनुसार कुछ ऐसे मुहूर्त होते हैं, जिन्हें स्वयंसिद्ध कहा जाता है। शास्त्र कहते हैं इस दिन किया गया काई भी काम कभी असफल नहीं होता। आज दशहरा यानी विजयादशमी है। यह भी स्वयंसिद्ध मुहूर्तों में से एक है। इस दौरान कोई भी शुभ काम करने के लिए पंचांग देखने की भी आवश्यकता नहीं होती। सिद्ध योगी और तांत्रिक इस रोज खास सिद्धियों को प्राप्त करने के लिए बेसब्री से इस तिथी का इंतजार करते हैं। गृहस्थी भी घर पर कुछ टोने-टोटके, उपाय और पूजन करके जीवन में आ रही समस्याओं से मुक्ति पाते हैं।
हिंदू पंचांग के अनुसार दशमी तिथि का आरंभ 29 सितंबर रात 11:49 बजे से हो जाएगा और विश्राम 1 अक्टूबर की रात 1:35 बजे होगा।
शुभ मुहूर्त
दशहरा दोपहर- 2:08 बजे से 2:55 बजे तक
अपराह्न पूजा- 1:21 से 3:42 बजे तक
रावण दाह के उपरांत जली हुई लकड़ी के टुकड़े को घर लाकर सहज कर रखें, इससे ऊपरी बाधाएं, चोरी की संभावना और नजर दोष से बचाव होता है।