Edited By Punjab Kesari,Updated: 19 Jan, 2018 09:10 AM
वर्तमान समय में शनि धनु राशि के मूल नक्षत्र में चल रहे हैं। मूल नक्षत्र केतू को संबोधित करता है। केतू एक छाया ग्रह है जो मूलत: व्यक्ति को मोक्ष की ओर ले जाता है तथा शनि कर्मफलदायक ग्रह है। जो व्यक्ति को शुभ कर्मों के आधार पर शुभ-अशुभ फल देता है।
वर्तमान समय में शनि धनु राशि के मूल नक्षत्र में चल रहे हैं। मूल नक्षत्र केतू को संबोधित करता है। केतू एक छाया ग्रह है जो मूलत: व्यक्ति को मोक्ष की ओर ले जाता है तथा शनि कर्मफलदायक ग्रह है। जो व्यक्ति को शुभ कर्मों के आधार पर शुभ-अशुभ फल देता है। केतु मूल नक्षत्र में शनि का आखिरी चरण कुछ लोगों के लिए सफलता, समृद्धि और स्वास्थ्य लेकर आया है। वहीं दूसरी ओर कुछ लोगों के लिए दुर्भाग्य, रोग और असफलता का सूचक है। शनि और केतु आपस में मिलकर माह मोक्ष योग की रचना करते हैं। अगर यही दोनों ग्रह चन्द्रमा के पास मिल जाएंगे तो विषदोष की रचना करते हैं। जिसके कारण यदा कदा जातक के स्वास्थ्य पर जीवन भर प्रभाव पड़ता है।
वर्तमान में केतु शनि की राशि में चल रहा है और शनि केतु के नक्षत्र में चल रहा है। जिसके कारण संपूर्ण विश्व के स्वास्थ्य, धनार्जन तथा भाग्य पर शुभाशुभ प्रभाव डालेंगे। इन राशियों पर रहेगा शुभ-अशुभ प्रभाव।
शुभ प्रभाव
मेष- कर्मक्षेत्र में सफलता, सौभाग्य और अकस्मात धनार्जन।
तुला- पराक्रम में वृद्धि, गृह सुख और प्रापर्टी में लाभ।
कुंभ- अध्यात्मिक क्षेत्र में सफलता, लाभार्जन व पदोन्नति।
अशुभ प्रभाव
मकर- मतिभ्रम, संबंध विच्छेद और अकस्मात हानि।
धनु- स्वास्थ्य में गिरावट, मानसिक उन्माद और अचानक से धन हानि।
वृश्चिक- आर्थिक क्षति होना, पारिवारिक क्लेश और बदनामी।
विशेष- अन्य राशियों पर सामान्य प्रभाव रहेगा।
आचार्य कमल नंदलाल
ईमेल: kamal.nandlal@gmail.com