Edited By Punjab Kesari,Updated: 28 Mar, 2018 07:18 AM
हनुमान जयंती पर पवनपुत्र का ध्यान करने से समस्त संकटों को टाला जा सकता है और प्रत्येक मनोकामना की पूर्ति करी जा सकती है। यदि आप धन-दौलत के साथ-साथ इज्जत व शोहरत भी पाना चाहते हैं तो इस पावन दिन
हनुमान जयंती पर पवनपुत्र का ध्यान करने से समस्त संकटों को टाला जा सकता है और प्रत्येक मनोकामना की पूर्ति करी जा सकती है। यदि आप धन-दौलत के साथ-साथ इज्जत व शोहरत भी पाना चाहते हैं तो इस पावन दिन पर नीचे लिखे हनुमान गायत्री मंत्र का विधिपूर्वक जाप करें।
जाप करने से पहले करें इन नियमों का पालन
ब्रह्म मुहूर्त में उठ कर नित्य कर्मों से निवृत्त होकर साफ व शुद्ध वस्त्र पहनें।
हनुमान जी की अराधना कर उन्हें सिंदूर व गुड़-चना अर्पित करें।
अब कुश के आसन पर बैठकर लाल चंदन की माला से इस मंत्र का जाप करें।
हनुमान गायत्री मंत्र
ऊँ अंजनी जाय विद्महे वायुपुत्राय धीमहि तन्नो हनुमान प्रचोदयात्
मंत्र जाप के उपरांत करें ये काम
कलियुग में हनुमान जी की पूजा, रामदूत की कृपा सभी कष्टों को बहुत ही जल्द दूर करने वाली मानी गई है। जो भी भक्त बजरंग बली का ध्यान करता है उसकी सभी परेशानियां समाप्त हो जाती हैं। इस मंत्र जाप के उपरांत हनुमान चालीसा का पाठ अवश्य करें। इसके अतिरिक्त सुन्दरकाण्ड, हनुमत वडवानल, राम रक्षा स्त्रोत, रामायण के श्लोको को भी हनुमान जी की प्रसन्नता के लिए पढ़ा जा सकता है। इन श्लोको की हर पंक्ति हमें जीवन प्रबंधन के अहम सूत्र सिखाती है। सांसारिक जीवन में श्री हनुमान जी भक्ति का दूसरा नाम हैं। जीवन में आने वाली मुश्किलों पर विजय हनुमान जयंती, मंगलवार और शनिवार के दिन पायी जा सकती है।
अंत में गुड़-चने का प्रसाद बांट दें, सबको देने के बाद स्वयं ग्रहण करें।