Edited By Punjab Kesari,Updated: 15 Jul, 2017 01:39 PM
एक दिन एक किसान का बैल कुएं में गिर गया। वह बैल घंटों जोर-जोर से रोता रहा और किसान सुनता रहा और
एक दिन एक किसान का बैल कुएं में गिर गया। वह बैल घंटों जोर-जोर से रोता रहा और किसान सुनता रहा और विचार करता रहा कि उसे क्या करना चाहिए और क्या नहीं? अंतत: उसने निर्णय लिया कि चूंकि बैल काफी बूढ़ा हो चुका था, अत: उसे बचाने से कोई लाभ होने वाला नहीं और इसलिए उसे कुएं में ही दफना देना चाहिए। किसान ने अपने सभी पड़ोसियों को मदद के लिए बुलाया। सभी ने एक-एक फावड़ा पकड़ा और कुएं में मिट्टी डालनी शुरू कर दी। जैसे ही बैल को समझ में आया कि यह क्या हो रहा है, वह और जोर-जोर से चीख-चीख कर रोने लगा और फिर, अचानक वह आश्चर्यजनक रूप से शांत हो गया।
सब लोग चुपचाप कुएं में मिट्टी डालते रहे। तभी किसान ने कुएं में झांका तो वह आश्चर्य से सन्न रह गया। अपनी पीठ पर पडऩे वाले हर फावड़े की मिट्टी के साथ वह बैल एक आश्चर्यजनक हरकत कर रहा था। वह हिल-हिल कर उस मिट्टी को नीचे गिरा देता था और फिर एक कदम बढ़ा कर उस पर चढ़ जाता था। जैसे-जैसे किसान तथा उसके पड़ोसी उस पर फावड़ों से मिट्टी गिराते वैसे-वैसे वह हिल-हिल कर उस मिट्टी को गिरा देता और ऐसे मिट्टी को सीढ़ी की तरह काम लेकर ऊपर चढ़ आता। जल्दी ही सबको आश्चर्यचकित करते हुए वह बैल कुएं के किनारे पर पहुंच गया और फिर कूद कर बाहर भाग गया। मुसीबत आने पर उससे डरने-भागने के बजाय उसका सामना करना चाहिए।