Edited By Punjab Kesari,Updated: 31 Jan, 2018 04:43 PM
जीवन में सुख-शांति के लिए घर में हर प्रकार की शुभता का होना अति अावश्यक माना जाता है। वास्तु के अनुसार घर की छोटी से छोटी वस्तु व्यक्ति के जीवन पर बहुत गहरा प्रभाव डालती है। एेसे में व्यक्ति को अपने घर को वास्तु के अनुसार बनवाना चाहिए
जीवन में सुख-शांति के लिए घर में हर प्रकार की शुभता का होना अति अावश्यक माना जाता है। वास्तु के अनुसार घर की छोटी से छोटी वस्तु व्यक्ति के जीवन पर बहुत गहरा प्रभाव डालती है। एेसे में व्यक्ति को अपने घर को वास्तु के अनुसार बनवाना चाहिए, जिससे कि उसकी समस्त परेशानियों का अंत हो सके। इतना ही नहीं, यदि व्यक्ति के दाम्पत्य जीवन में भी परेशानियों हो तो उसको चाहिए कि वो अपने घर के हर जगह पर ध्यान दें क्योंकि कई बार दांपति में बढ़ रही दूरियों का कारण वास्तु से जुड़े कुछ दोष होते हैं, जिन से वह बेखबर होते हैं।
इन बातों का ध्यान रखना है आवश्यक-
उत्तर दिशा जल तत्व का प्रतीक है। इस दिशा में घर की महिलाओं के रहने की व्यवस्था नहीं होनी चाहिए, अन्यथा उनमें मानसिक तनाव और दूसरे रोग होने की संभावना बनी रहती है।
दक्षिण दिशा में पानी की निकासी के लिए नालियां होने से घर के मालिक को कष्ट, रोग एवं समस्याओं का सामना करना पड़ सकता है। ऐसे में निकास नालियां सदैव उत्तर दिशा में ही रखें।
घर का मुख्य द्वार अंदर के अन्य द्वारों की तुलना में बड़ा होना चाहिए। इसके विपरीत होने से घर के मालिक को आर्थिक समस्याओं से जूझना पड़ सकता है।
इसके समाधान के लिए घर के द्वार पर घंटियों की झालर, क्रिस्टल बॉल या लाल रंग का फीता लगाना ठीक रहता है।
पति-पत्नी के बीच प्रगाढ़ संबंधों को बनाए रखने के लिए सोने के कमरे में बतख का जोड़ा अवश्य रखें।
बतख रखने की जगह पर पर्याप्त प्रकाश होना भी जरूरी है। भोजन करते समय मुख पूर्व दिशा की ओर होना चाहिए। दक्षिण की ओर मुख करके भोजन करना स्वास्थ्य संबंधी समस्याएं देता है।