Edited By ,Updated: 01 May, 2017 01:39 PM
एक बार युद्ध चल रहा था। कई सिपाही घायल हो गए थे। इसी दौरान एक सिपाही युद्ध क्षेत्र में
एक बार युद्ध चल रहा था। कई सिपाही घायल हो गए थे। इसी दौरान एक सिपाही युद्ध क्षेत्र में अपने घायल साथी सिपाही के पास पहुंचने के लिए उतावला हो रहा था। यह देख कप्तान बोला, ‘‘जाने से पहले सोच लो, वहां जाना अपनी भी जान जोखिम में डालने जैसा है। वैसे भी जब तक तुम अपने साथी के पास पहुंचोगे, हो सकता है तब तक उसकी मृत्यु हो चुकी होगी।’’
इसके बावजूद सिपाही युद्ध क्षेत्र में गया और अपने साथी को वापस ले आया। साथी का शव सिपाही के कंधे पर देख कप्तान बोला, ‘‘मैंने कहा था, वहां जाना व्यर्थ ही होगा, देखो वह जीवित नहीं है।’’
सिपाही की आंख में आंसू थे। वह बोला, ‘‘सर मेरा वहां जाना सार्थक रहा क्योंकि जब मैं पहुंचा तो मेरे मित्र की सांसें चल रही थीं। मुझे देखकर वह मुस्कुराया और अपने आखिरी शब्द कहे-मैं जानता था मित्र कि तुम जरूर आओगे।’’