Edited By Punjab Kesari,Updated: 04 Jul, 2017 09:38 AM
देश में करोड़ों सनातन धर्मी लोग अपने बच्चों की शादियां शुभ मुहूर्त में ही करने में विश्वास रखते हैं। मंगलवार 4 जुलाई से देवशयनी एकादशी
देश में करोड़ों सनातन धर्मी लोग अपने बच्चों की शादियां शुभ मुहूर्त में ही करने में विश्वास रखते हैं। मंगलवार 4 जुलाई से देवशयनी एकादशी (भगवान विष्णु के निद्रालीन) होने से लाखों कुंवारे लड़के-लड़कियों की शादियों पर ग्रहण लग गया है जो आगामी 4 माह यानी 31 अक्तूबर तक जारी रहेगा।
4 जुलाई से देवशयन होने से हिंदू परिवारों के लोग अपने बच्चों की शादियां तथा अन्य शुभ कार्य नहीं करते हैं जिससे अब 4 माह लाखों कुंवारों की न बजेंगी शहनाइयां न बजेंगे नगाड़े व बैंड बाजे। हिन्दू शास्त्रों में देवशयन दोष प्रारम्भ होने से सनातन परिवारों के लोग अपने बच्चों की शादियां नहीं करते हैं। अब 31 अक्तूबर तक सनातन धर्मी परिवारों ने अपने बच्चों की शादियां रोक दी हैं। इससे अब लाखों कुंवारों को अपनी शादियों का 4 माह तक इंतजार करना पड़ेगा।
4 जुलाई से 6 नवम्बर तक विवाह मुहूर्त नहीं
देवशयन एवं गुरु अस्त होने के कारण जुलाई से अक्तूबर तक 4 महीने शादियों पर ब्रेक रहेगा। पंचांग के अनुसार नई साल में 14 जनवरी तक तथा 14 मार्च से 14 अप्रैल तक मलमास में वैवाहिक कार्यक्रम नहीं हो सकेंगे। इसके बाद जुलाई से 31 अक्तूबर तक देवशयन रहेगा। इसी दौरान 11 अक्तूबर से 6 नवम्बर तक गुरु अस्त रहेगा। ऐसे में 4 जुलाई से 6 नवम्बर तक विवाह मुहूर्त नहीं रहेंगे। 14 दिसम्बर 2017 से 14 जनवरी 2018 तक मलमास रहेगा।
इस प्रकार होंगे विवाह मुहूर्त
नवम्बर-23, 24, 28, 29, 30
दिसम्बर-1, 3, 4, 10, 11.