Edited By ,Updated: 27 Mar, 2017 09:17 AM
शास्त्रों के अनुसार ‘साधारण’ नामक सम्वत में वर्षा कम होने का संकेत मिलता है जिस कारण फसलें प्रभावित हो सकती हैं। ऐसे में प्रशासक वर्ग विशेष उपाय करते हुए लोगों को सहयोग देंगे। विभिन्न राष्ट्रीय अध्यक्ष शांति
शास्त्रों के अनुसार ‘साधारण’ नामक सम्वत में वर्षा कम होने का संकेत मिलता है जिस कारण फसलें प्रभावित हो सकती हैं। ऐसे में प्रशासक वर्ग विशेष उपाय करते हुए लोगों को सहयोग देंगे। विभिन्न राष्ट्रीय अध्यक्ष शांति वार्ताओं में भाग लेकर लोगों की समस्याओं का समाधान करने का प्रयास करेंगे। निष्कपट और सच्चे मन से कार्य करने वाले लोगों को सीधा लाभ मिलेगा। मन में छल, कपट, द्वेष, वैर, विरोध और ईर्ष्या का भाव रखकर कर्म करने वाले स्वयं तो दुखी होंगे ही, दूसरों के दुख का कारण भी बन सकते हैं।
सम्वत का फल
‘नारदसंहिता’ के अनुसार ‘साधारण’ सम्वत्सर में शासक यदि परस्पर प्रेम एवं भाईचारे का संचार करेंगे तो ‘साधारण’ प्रजा भी मिलकर सहयोग करेगी।
वास ‘धोबी’ के घर
विक्रमी सम्वत 2074 का मेष सक्रांति में प्रवेश विशाखा नक्षत्र कालीन है तथा ज्योतिष गणना के अनुसार सम्वत में रोहिणी का वास तट पर होने से सम्वत का वास धोबी के घर रहेगा।
सम्वत के वाहन वृषभ का फल
इस नए सम्वत का वाहन कुछ विद्वान ‘वृषभ’ को और कुछ ‘नौका’ को मानते हैं। जो वृषभ (बैल) को सम्वत का वाहन मानते हैं उनके अनुसार इस साल फसल अच्छी होने का योग बनता है। पहाड़ी क्षेत्रों में वर्षा बहुत होगी, नदियों में पानी का वेग बढऩे से बाढ़ जैसी स्थिति भी बन सकती है। सब्जियों और फलों की पैदावार भी अच्छी होगी। पशुओं के चारे की कोई किल्लत नहीं रहेगी। कुछ राज्यों में राजनीतिक मतभेदों के चलते अस्थिरता का वातावरण भी बन सकता है। जो संहिताकार सम्वत का वाहन ‘नौका’ को मानते हैं, उनके अनुसार फसलों के उत्पादन में कमी रहेगी तथा अकाल जैसी स्थिति पैदा हो सकती है, लोगों का एक-दूसरे राज्य में पलायन होने, देश में आतंकी घटनाओं का भय तथा चौपाया पशुओं के लिए कष्टदायक भी हो सकता है।
ज्योतिष की नजर में
ज्योतिषी पंडित लक्ष्मी नारायण कुम्बारिया के अनुसार जिन लोगों के विभिन्न झगड़ों के केस अदालत में काफी समय से पैंडिंग पड़े हैं वे जल्दी ही निपट जाएंगे क्योंकि सम्वत के राजा मंगल का मंत्री गुरु मामलों को समाप्त करने के लिए शुभ है। मंगल और गुरु के मेल से जिन जातकों की राशि में गज केसरी योग बनेगा वे जीवन के प्रत्येक क्षेत्र में सफलता प्राप्त कर सकेंगे।
जो लोग जान-बूझकर दूसरों को बिना वजह तंग करने का प्रयास करेंगे अथवा षड्यंत्र रचेंगे उन्हें मुंह की खानी पड़ सकती है। लोग सत्य को अपनाने का प्रयास करेंगे क्योंकि अच्छाई की ही विजय होगी। गृहस्थियों और संन्यासियों के लिए यह साल अति उत्तम एवं श्रेष्ठ फलदायक रहेगा। धर्म कर्म करने वालों, संतों, ब्राह्मणों की सेवा और गौरक्षा के कार्य करने वालों के लिए यह सम्वत अति उत्तम फलदायक तथा झूठ बोलने वालों, ठगी करने वालों और पाखंडियों को सजा दिलाने वाला रहेगा।
वीना जोशी
veenajoshi23@gmail.com