Edited By Punjab Kesari,Updated: 30 Nov, 2017 11:40 AM
भारत देश में बहुत से देवी-देवताओं की पूजा की जाती है और उनका अस्तित्व सदीयों से बना हुआ है। इस वजह से ही भारत मेंं कई प्रचीन मंदिर स्थापित है जैसे बद्रीनाथ, केदारनाथ, वैष्णों देवी आदि जिन में लोगों की असीम आस्था जुड़ी हुई है और लोग दूर दूर से इन...
भारत देश में बहुत से देवी-देवताओं की पूजा की जाती है और उनका अस्तित्व सदीयों से बना हुआ है। इस वजह से ही भारत मेंं कई प्रचीन मंदिर स्थापित है जैसे बद्रीनाथ, केदारनाथ, वैष्णों देवी आदि जिन में लोगों की असीम आस्था जुड़ी हुई है और लोग दूर-दूर से इन मंदिरों के दर्शनों को आते हैं। इन प्रचीन मंदिरों को हम सभी अच्छी तरह जानते होंगे लेकिन इन मंदिरों की ही तरह एक और मंदिर हैं जो अपनी सुदंरता के लिए देशभर में प्रसद्धि है। इसकी प्रसद्धिता का अनुमान इस बात से किया जा सकता है कि कांग्रेस के वाइस प्रेसिडेंट राहुल गांधी अपने चैनावी दौरे के आखिरी दिन इस मंदिर में भगवान गोपीनाथ जी महाराज के दर्शन करेंगे।
तो आईए जाने इस मंदिर के बारे में
नवलगढ़ से 20 कि.मी दूर दक्षिण-पूर्व के छोटे से गांव, परसरामपुर में स्वामीनारायण मंदिर स्थित है। यह मंदिर गोपीनाथ महाराज अर्थात भगवान कृष्ण और राधाजी को समर्पित है। इस मंदिर का निर्माण सरदार ठाकुर सरदुल सिंह द्वारा 1742 में करवाया गया था।
यहां भगवान गोपीनाथ महाराज राधा मां के साथ विराजमान है।
मंदिर को उत्कृष्ट चित्रों और भित्ति चित्रों के साथ सजाया गया है। इन चित्रों की खासियत यह है कि इन चित्रों को चित्रकार ने अपने पैरों के साथ बनाया था।
चित्रकार के संदर्भ में पौराणिक कथा
कहते हैं एक चित्रकार एस मंदिर के निर्माण के समय अपनी चित्रकारी से इसमें अपनी योगदान देना चाहता था लेकिन ठाकुर सरदुल सिंह के पुत्र को ये बात मंजूर नहीं थी। चित्रकार मंदिर के लिए चित्रकारी न कर सके इसलिए उसने उसके हाथ काट दिए। लेकिन चित्रकार भगवान कृष्ण का बहुत बड़ भक्त था, इसलिए उनकी कृपा से उसने उसने सारी चित्रकारी अपने पैरों से कर डाली थी। कहा जाता है कि इस मंदिर में चित्रित चित्रों को भगवान कृष्ण के सबसे बेहतरीन चित्रों में गिना जाता है।