Edited By Punjab Kesari,Updated: 22 Feb, 2018 06:03 AM
यदि कोई बड़ा कभी तनाव में हो तो वह अपने किसी दोस्त, अपने से किसी व्यक्ति से बात कर लेता है। लेकिन बच्चों एेसी परिस्थितियों में कई बार एेसा नहीं कर पाते
यदि कोई बड़ा कभी तनाव में हो तो वह अपने किसी दोस्त, अपने से किसी व्यक्ति से बात कर लेता है। लेकिन बच्चों एेसी परिस्थितियों में कई बार एेसा नहीं कर पाते। क्योंकि कई बार वो किसी बात को लेकर डरे सहमें होते और उन्हें उस बात की समझ भी नहीं होती कि उन्हें अपने माता-पिता से बात सांझी करनी चाहिए या नहीं।
इसलिए माता-पिता को ही बच्चों के हाव-भाव और आदतों पर ध्यान रखना चाहिए है। इसलिए पैरेंट्स को इस बात का विशेष ध्यान रखना चाहिए कि जब भी उन्हें बच्चों के लाइफ स्टाइल में कोई छोटा सा भी बदलाव नजर आए तो तुरंत अपने बच्चों से बात करें। आगे जानिए कुछ ऐसे संकेत, जिनसे पैरेंट्स समझ सकते हैं कि बच्चा स्ट्रेस में है।
पहला संकेत
अधिकतर बच्चे जब तनाव आदि में होते हैं या किसी बात को लेकर परेशान होते हैं तो वे अपने नाखून चबाते हैं। इसलिए इसे बच्चों के तनाव में होने का संकेत माना जाता है।
दूसरा संकेत
यदि कोई बच्चा किसी कारणवश तनाव में होता है तो उसका छोटी-छोटी बातों पर चिढ़ना, अचानक से उदास होना, मामूली सी बातों पर रो देना आदि जैसी हरकते करता है। जिसे पैरेंट्स को बिल्कुल अनदेखा नहीं करना चाहिए।
तीसरा संकेत
जब बच्चे तनाव में होते हैं तो वह अपनी मनपसंद चीजों से दूर रहना शुरू कर देते है। जैसे कि उदास या तनाव से ग्रस्त बच्चा खिलौनों, काॅर्टून्स व खाने आदि से दूरी बना लेता है।
ध्यान में रखें यह बात
यदि आपको अपने बच्चे में ऊपर बताए गए संकेत दिखे तो आप उसे तनाव से निकालने के लिए उसके खाने व सोने की अादतों में परिवर्तन कर सकते हैं। बच्चे को अधिक खुश करने का प्रयास करें और उसे उसकी मनपसंद चीजें दिलाएं। इससे उसका तानव दूर हो सकता है।