Edited By Punjab Kesari,Updated: 08 Jun, 2017 12:20 PM
हर इंसान में अच्छी-बुरी दोनों तरह की आदतें होती हैं। कुछ लोग अपनी बुरी आदतों को बदलने का प्रयास करते हैं। लेकिन कई लोगों को अपने भीतर की बुरी आदतों से कोई फर्क नहीं
हर इंसान में अच्छी-बुरी दोनों तरह की आदतें होती हैं। कुछ लोग अपनी बुरी आदतों को बदलने का प्रयास करते हैं। लेकिन कई लोगों को अपने भीतर की बुरी आदतों से कोई फर्क नहीं पड़ता है। शुक्रनीति में ऐसी बुरी आदतों के बारे में बताया गया है, जिनके कारण किसी का भी हंसता-खेलता परिवार दुखों से घिर सकता है।
कुछ लोगों को झूठ बोलने की आदत होती है। वे अपनी इस आदत के बारे में जानते होते हैं लेकिन उन्हें नहीं पता कि उनकी ये आदत बर्बादी का कारण बन सकती है। झूठ बोलने से आपको अौर आपके परिवार को परेशानियों का सामना करना पड़ता है। इस आदत से जितनी दूरी बनाई जाए उतना ठीक होता है।
व्यक्ति को अपने बड़े-बुजुर्गों का सम्मान करना चाहिए। लेकिन कई लोग अपने बुजुर्गों का अपमान करते हैं अौर घर की परंपराअों का पालन नहीं करते हैं। इस प्रकार के लोग कुल के विनाश का कारण बनते हैं। घर की परंपराअों का पालन न करने से व्यक्ति को कई प्रकार की परेशानियों का सामना करना पड़ता है अौर अंत में वे स्वयं ही परिवार का विनाश कर देते हैं। इसलिए सभी को अपने घर-परिवार की परंपराअों का सम्मान व पालन करना चाहिए।
पराई स्त्री से संबंध बनाना अौर उस पर बुरी नजर रखना महापाप माना जाता है। जो लोग अन्य स्त्री के साथ संबंध बनाते हैं या इनके बारे में बुरी सोच रखते हैं उन्हें राक्षस प्रवृति का माना जाता है। ऐसे लोगों को नरक की यातनाएं झेलनी पड़ती है। इस प्रकार के पापकर्म से किसी भी परिवार का नाश हो सकता है। इसलिए इस प्रकार की बुरी आदत से बचना चाहिए।
जीवों की हत्या करना भी महापाप माना जाता है। ऐसा करने वाले से भगवान भी अप्रसन्न रहते हैं। कितना भी पूजा-पाठ कर लें उसका शुभ फल नहीं मिलता। ऐसे लोगों को किसी न किसी परेशानी का सामना करना पड़ता है। इस प्रकार की आदत का त्याग करने में ही सबकी भलाई होती है।