Edited By Punjab Kesari,Updated: 24 Jan, 2018 02:14 PM
सूर्य के बाद सबसे बड़ा ग्रह बृहस्पति है। बृहस्पति गुरु को दार्शनिक, आध्यात्मिक ज्ञान को निर्देशित करने वाला उत्तम ग्रह मानते हैं। गुरुवार के दिन पर देवताओं के गुरु बृहस्पति का साम्राज्य स्थापित है। सोना, तिजोरी, कानून, धर्म, मंत्र और संस्कार...
सूर्य के बाद सबसे बड़ा ग्रह बृहस्पति है। बृहस्पति गुरु को दार्शनिक, आध्यात्मिक ज्ञान को निर्देशित करने वाला उत्तम ग्रह मानते हैं। गुरुवार के दिन पर देवताओं के गुरु बृहस्पति का साम्राज्य स्थापित है। सोना, तिजोरी, कानून, धर्म, मंत्र और संस्कार बृहस्पति देव के अधीन हैं। जन्मकुंडली में गुरु अशुभ प्रभाव दे रहे हैं तो व्यक्ति को बहुत सारी परेशानियों का सामना करना पड़ता है।
बृहस्पति के अशुभ प्रभाव से होती हैं ये समस्याएं
बुद्धि साथ नहीं देती।
मोटापा घटना और बढ़ना।
पेट और पाचन तंत्र का ठीक न होना।
पढ़ाई में मन नहीं लगता, याद किया हुआ भूल जाता है।
वैवाहिक जीवन में खट्टास आती है।
कुंवारों को शादी में अड़चनें आती हैं।
मनचाहा जीवनसाथी नहीं मिल पाता।
कमाई और खर्च में असंतुलन रहता है।
व्यक्ति सफलता के शिखर पर पंहुचते- पंहुचते रह जाता है।
बृहस्पति का शुभ प्रभाव देंगे ये उपाय, गुरुवार के दिन करें
पीले कपड़े पहनें।
पीला भोजन करें।
बृहस्पति देव के स्वरूप या चित्रपट को पीले रंग के कपड़े पर रख कर पूजन करें। केसरिया चन्दन, पीले चावल, पीले फूल और पीले पकवान उन्हें बहुत भाते हैं। इन्हें पूजा में जरूर शामिल करें।
बृहस्पति देव को गेंदे के फूल अर्पित करने से गुरु दोष से राहत मिलती है।
पीले रंग के फूलों का हार पहनाने से कारोबार में वृद्धि होती है।
वैवाहिक जीवन की किसी भी समस्या को दूर करने के लिए केले के पेड़ पर बेसन के लड्डू का भोग लगाकर बांट दें।