Edited By ,Updated: 16 Feb, 2017 11:47 AM
धर्मशास्त्रों में धन-दौलत को पाने के लिए बहुत से साधनों का वर्णन किया गया है। जिन्हें
धर्मशास्त्रों में धन-दौलत को पाने के लिए बहुत से साधनों का वर्णन किया गया है। जिन्हें प्राचीनकाल से लेकर अब तक लोग करते आ रहें हैं और खाकपति से लेकर खरबपति बनने तक का सफर तय करते रहे हैं। मंत्र व स्तोत्र में बड़ी शक्ति होती है | इनमें अभीष्ट आराध्य की विशेष रूप में स्तुति होती है जो मानव के लिए शुभ फलप्रद मानी जाती है। प्रत्येक देवी-देवताओं के विभिन्न मंत्र व स्तोत्र वेदों व पुराणों में उल्लेखित हैं। ध्यान रखें, किसी भी मंत्र का जाप करने से पूर्व मन में सच्ची श्रद्धा और आस्था रखें।
आर्थिक पक्ष मजबूत करेगा केशव मंत्र
गोवल्लभाय स्वाहा
वेदों-पुराणों में बताया गया है सात अक्षर वाले इस मंत्र का जाप करने से समस्त सिद्धियों का स्वामी बना जा सकता है। कहा जाता है की जो व्यक्ति इस मंत्र का सवा लाख जाप पूर्ण कर लेता है उसके पास धन-धान्य की कोई कमी नहीं रहती।
करोड़पति बनाएगा श्रीकृष्ण मंत्र
ऊं श्रीं नमः श्रीकृष्णाय परिपूर्णतमाय स्वाहा
थोड़े समय में अथाह धन-संपदा का मालिक बनाएगा ये मंत्र। कम से कम पांच लाख जप करने से लाभ होगा।
कर्ज से छुटकारा, रोजगार और प्रमोशन दिलवाएगा ये मंत्र
ॐ नम: शिवाय श्रीं प्रसादयति स्वाहा
प्रतिदिन इस मंत्र का 1008 बार जप करें। उम्मीद से अधिक अच्छे परिणाम मिलेंगे।
कुबेर मंत्र
ॐ यक्षाय कुबेराय वैश्रवणाय, धन धन्याधिपतये धन धान्य समृद्धि मे देहि दापय स्वाहा
धन के देवता कुबेर का आशीर्वाद पाने के लिए धनलक्ष्मी कौड़ी को सामने रखकर इस मंत्र का जाप करें। तीन माह तक ये प्रयोग करें, फिर इस कौड़ी को अपने धन स्थान, तिजोरी अथवा लॉकर में रख दें।