Edited By Punjab Kesari,Updated: 03 Sep, 2017 08:40 AM
रविवार दी॰ 03.09.17 को भाद्रपद शुक्ल द्वादशी पर वामन द्वादशी पर विजयद्वादशी पर्व मनाया
रविवार दी॰ 03.09.17 को भाद्रपद शुक्ल द्वादशी पर वामन द्वादशी पर विजयद्वादशी पर्व मनाया जाएगा। श्रीमद भागवत पुराण अनुसार विष्णु ने श्रवण नक्षत्र व्यापीनी द्वादशी तिथि के अभिजित मुहूर्त में वामनावतार लिया था। इस दिन वामनावतार के पूजन से तीनों लोकों के पूजन समान वाजपेय यज्ञ का फल मिलता है। मनुष्य के सभी पापों का नाश होता है। इस दिन यज्ञोपवीत से भगवान वामन की प्रतिमा स्थापित किए जाने का विधान है। इस दिन के विशेष पूजन व उपाय से तथा व्यक्ति का संसार में चंद्रमा के समान यश फैलता है।
विशेष पूजन: भगवान वामन के चित्र का पंचोपचार पूजन करें। गौघ्रत का दीप करें, चमेली की धूप करें, लाल-पीले के फूल चढ़ाएं, रक्त चंदन चढ़ाएं व सेब का भोग लगाएं। इस विशेष मंत्र को 108 बार जपें। इसके बाद सेब किसी गरीब तो बांट दें।
पूजन मुहूर्त: दिन 11:55 से 12:45 तक।
पूजन मंत्र: वं वामनाय नमः॥
महूर्त विशेष
अभिजीत मुहूर्त: दिन 11:55 से 12:45 तक।
अमृत काल: रात 12:10 से रात 01:53 तक।
यात्रा महूर्त: दिशाशूल - पश्चिम। राहुकाल वास - उत्तर। अतः आज पश्चिम व उत्तर दिशा की यात्रा टालें।
आज का गुडलक ज्ञान
गुडलक कलर: नारंगी।
गुडलक दिशा: पूर्व।
गुडलक टाइम: दिन 14:00 से शाम 16:00 तक।
गुडलक मंत्र: वं वारिजाताक्षाय नमः॥
गुडलक टिप: अच्छे स्वास्थ्य हेतु विष्णु मंदिर में शहद चढ़ाएं।
गुडलक फॉर बर्थडे: सफलता के लिए विष्णु मंदिर में यज्ञोपवीत चढ़ाएं।
गुडलक फॉर एनिवर्सरी: दंपति द्वारा विष्णु मंदिर में घी के 12 दीप जलाने से आपसी प्रेम बढ़ेगा।
आचार्य कमल नंदलाल
ईमेल: kamal.nandlal@gmail.com