Edited By Punjab Kesari,Updated: 12 Dec, 2017 01:59 PM
अधिकतर लोग उस समय में आगे निकल जाते हैं जिसे अन्य बर्बाद करते रहते हैं।पूंजी का उच्चतम उपयोग और पैसे बनाने में नहीं है, बल्कि पैसे से जिंदगी को और बेहतर बनाने में है।
आपके पास जो भी है या तो आप उसे यूज कीजिए या लूज कीजिए।
अधिकतर लोग उस समय में आगे निकल जाते हैं जिसे अन्य बर्बाद करते रहते हैं।
पूंजी का उच्चतम उपयोग और पैसे बनाने में नहीं है, बल्कि पैसे से जिंदगी को और बेहतर बनाने में है।
आपके पास जो भी है या तो आप उसे यूज कीजिए या लूज कीजिए।
हर एक चीज से पहले, तैयार होना सफलता का रहस्य है।
उद्योगपतियों के लिए एक ही नियम है : जितना संभव हो उतनी अच्छी गुणवत्ता का माल कम से कम लागत पर जितना मुमकिन हो उतना अधिक वेतन देते हुए बनाएं।
दुनिया अगले साल क्या करने जा रही है यह आप स्कूल में नहीं सीख सकते।
कोई बड़ी समस्या नहीं है, बस छोटी-छोटी बहुत-सी समस्याएं हैं।
समृद्धि, सुख की तरह, कभी भी सीधे मांगे जाने पर नहीं मिलती। यह किसी उपयोगी सेवा प्रदान करने के बाय-प्रोडक्ट के रूप में मिलती है।
ऐसा कोई भी व्यक्ति जीवित नहीं है जो उससे ज्यादा न कर सके जितना कि वह सोचता है कि उसे कर सकता है।
गलतियां नहीं, समाधान ढूंढें।
खुशी की तरह दौलत भी कभी प्रत्यक्ष रूप से नहीं मिलती। यह किसी उपयोगी सेवा के फलस्वरूप मिलती है।