Edited By ,Updated: 04 Dec, 2016 04:01 PM
अधिक मेहनत करने के बाद भी जिन घरों में आर्थिक परेशानी अौर रोग रहते हों इसका कारण वास्तुदोष हो सकता है। सकारात्मक या नाकारात्मक ऊर्जा मुख्यद्वार
अधिक मेहनत करने के बाद भी जिन घरों में आर्थिक परेशानी अौर रोग रहते हों इसका कारण वास्तुदोष हो सकता है। सकारात्मक या नाकारात्मक ऊर्जा मुख्यद्वार से घर में प्रवेश करती है। इसके साथ ही घर के आस-पास का वातावरण भी पारिवारिक सदस्यों के जीवन को प्रभावित करता है। मुख्यद्वार के आस-पास कुछ ऐसी चीजें होती हैं जो रोगों अौर आर्थिक तंगी का कारण बनती हैं। जिनका समाधान करने पर खुशहाल जीवन यापन किया जा सकता है।
* मुख्य द्वार के सामने मंदिर नहीं होना चाहिए। ऐसे स्थान पर मंदिर होने से वहां दैवीय शक्तियां वास नहीं करती। जिसके कारण घर में दरिद्रता अौर रोगों का आगमन होता है।
* घर के सामने पेड़ या खंभा भी नहीं होना चाहिए। इससे बच्चों को दुखों का सामना करना पड़ता है। जिसके कारण वे शांति से जीवन यापन नहीं कर पाते। ऐसा न हो इसके लिए प्रतिदिन मुख्यद्वार पर स्वास्तिक अौर अोम जैसे शुभ चिन्ह बनाएं। ऐसा करने से घर में नकारात्मक ऊर्जा प्रवेश नहीं करेगी।
* मुख्यद्वार पर फूलों का गुलदस्ता, छोटी घंटियां या रंगोली बनाने से घर में सौभाग्य का आगमन होता है।
* घर के मुख्यद्वार के सामने जूते-चप्पल उतारना अशुभ माना जाता है। ये घर में सकारात्मक ऊर्जा के आगमन में रुकावट बनते हैं। इसी प्रकार मुख्यद्वार के पीछे कोई चीज लटकाना भी अशुभ माना जाता है।
* घर के ईशान कोण (उत्तर-पूर्व दिशा) और मुख्य द्वार के सामने कूड़ा एकत्रित नहीं करना चाहिए। घर से निकलने वाला सभी प्रकार का कूड़ा कचरा इन दो स्थानों के अतिरिक्त घर में कहीं पर भी रखा जा सकता है।
* मुख्यद्वार अौर आस-पास में सफाई होनी चाहिए। ताकि घर में सकारात्मक ऊर्जा के आगमन में कोई रुकावट न हो। दरवाजा खोलते अौर बंद करते समय आवाज नहीं आनी चाहिए। यदि आवाज आती हो तो कब्जों में तेल डाल देना चाहिए। ऐसा न होने पर पारिवारिक सदस्यों में सदैव लड़ाई-झगड़े होते रहते हैं।
* घर के मुख्यद्वार के साथ लगते कमरे का फर्श खराब होने या वहां कबाड़ भरा होने पर पारिवारिक सदस्यों में मानसिक अशांति रहती है।
* जिन घरों के कंपाउंड वॉल, सिक्योरिटी का कमरा, रंग रोगन या घर का कोई कोना टूटा फूटा हो और वहां कबाड़ रखा हो तो वहां रहने वालों को शत्रु परेशान करते रहते हैं।