Edited By Punjab Kesari,Updated: 12 Oct, 2017 11:26 AM
नग राशि, दशा, समस्या व लगन के अनुसार कमजोर ग्रहों को बलवान करने के उद्देश्य से पहने जाते हैं।
नग राशि ,दशा, समस्या व लगन के अनुसार कमजोर ग्रहों को बलवान करने के उद्देश्य से पहने जाते हैं। कुंडली में साधारणत: लग्न, पंचम व नवम भावों के स्वामियों के रत्न पहने जाते हैं और छठे, आठवें व बारहवें घरों के मालिकों के रत्न नहीं पहनते। फिर भी एक सुयोग्य ज्योतिषी की सलाह अवश्य लेनी चाहिए। रत्नों को पत्थर भी कहा जाता है।
आपको सूट कर जाए तो नगीना नहीं तो पत्थर। मानो तो गंगा नहीं तो बहता पानी। असली व नकली नगों की पहचान भी आवश्यक है और है भी बहुत मुश्किल। भले ही एक नग पहनें परंतु वह आपके भाग्यानुसार अवश्य फल दे तभी इसकी सार्थकता है। हमेशा एक अच्छी लैबोरेटरी से प्रमाणित स्टोन ही सर्टीफिकेट व बिल सहित अच्छी व विश्वसनीय दुकान से खरीदें और रत्न के विशेष दिन ही विशेष उंगली व हाथ में अभिमंत्रित व प्राण प्रतिष्ठित करवा के ही धारण करें।
नग जितना साफ, चमकदार, धुंध या तिड़कन रहित होगा, उतना ही अच्छा व मंहगा होगा। इसे उसी ग्रह की विशेष धातु में ही पहनना चाहिए। आजकल सिंथैटिक नगों का प्रचलन है जो कैमिकली व हीट ट्रीटमैंट से रंगे जाते हैं और दिखने में असली व साफ लगते हैं। खासकर ऐसा पुखराज में हो रहा है।
जरकन को हीरा कह कर, नीली को नीलम बता कर ठगा जाता है। जैसे ग्रह प्राकृतिक हैं वैसे ही रत्न भी प्राकृतिक अर्थात नैचुरल होने चाहिएं। फिर भी हर नग ,ग्रहों की स्थिति अनुसार धारण किए जाएं और समय-समय पर बदले जाएं तभी इनका लाभ रहता है।सिंह लगन के व्यक्ति को एक मोती शांति देने की बजाय पागल भी कर सकता है और एक अच्छा पुखराज जेल भी पहुंचा सकता है।
सात महत्वपूर्ण रत्न हैं- मणिक, मोती, मूंगा, पन्ना, पुखराज, हीरा व नीलम है। ये सातों रत्न 12 राशियों के स्वामी ग्रहों के रत्न हैं। मेष व वृश्चिक राशि का स्वामी मंगल रत्न मूंगा, वृष-तुला का स्वामी शुक्र, रत्न हीरा, मिथुन-कन्या का बुद्ध रत्न पन्ना, धनु-मीन का स्वामी बृहस्पति रत्न पुखराज, मकर-कुंभ का स्वामी शनि, रत्न नीलम, सिंह राशि का स्वामी सूर्य, रत्न मणिक व कर्क राशि का स्वामी चंद्र रत्न मोती है।
अच्छी क्वालिटी का त्रिकोण लाल मूंगा 5 कैरेट, सवा 6 रति इटेलियन सीधे हाथ की अनामिका उंगली, रिंग फिंगर में डालना है। अंगुठी सोने की या पंचधातु की होनी चाहिए।
तांबे के बर्तन खरीदें। मूंगा खरीद कर धारण करें व लाल कपड़े खरीदें। मंगल से संबंधित वस्तुएं खरीद कर उनका दान करें। भोजपत्र पर हनुमान यंत्र बनाएं या खरीद कर शुभ मुहूर्त में स्थापित करें।
मूंगा: वृश्चिक एवं मीन लग्न वालों के लिए मूंगा हमेशा शुभकारी होता है। मेष, कर्क, सिंह राशि के जातकों के लिए मूंगा माणिक्य के साथ लाभकारी होता है। धनु एवं मकर लग्न वाले जातकों को मंगल की महादशा की स्थिति में ही मूंगा धारण करना चाहिए। वृष, मिथुन एवं कन्या लग्न वालों को मूंगा शुभ फल प्रदान नहीं करता।