Edited By Punjab Kesari,Updated: 22 Feb, 2018 06:24 PM
हिंदू धर्म के अनुसार व्यक्ति की रोज की दिनचर्या से संबंधित एेसी बहुत सी परंपराएं, रिवाज व शकुन आदि होते है। इसके अनुसार किसी भी नए काम को शुरू करने से पहले मीठा खाने की एक रस्म या रिवाज बहुत महत्वपूर्ण माना जाता है।
हिंदू धर्म के अनुसार व्यक्ति की रोज की दिनचर्या से संबंधित एेसी बहुत सी परंपराएं, रिवाज व शकुन आदि होते है। इसके अनुसार किसी भी नए काम को शुरू करने से पहले मीठा खाने की एक रस्म या रिवाज बहुत महत्वपूर्ण माना जाता है। अक्सर हम लोग किसी शुभ काम व परीक्षा के लिए घर से बाहर जाते हैं तो कुछ मीठा खाकर ही जाते हैं। लेकिन इसके पीछे का सबी कारण सबको नहीं पता, तो आईए जानें इसके पीछे का सही कारण
आखिर इससे फायदा क्या होता है। दरअसल, इसके पीछे मान्यता है मीठा खाकर कुछ भी काम करने से सफलता मिलती है। मीठा खाने से हमारा मन शांत रहता है। विचार भी मिठाई की तरह ही मीठे हो जाते हैं। वाणी में मिठास आ जाती है। यदि हमारा मन किसी दुखी करने वाली बात में उलझा हुआ है और हम मीठा खा लेते हैं तुरंत ही मन प्रसन्न हो जाता है। मीठा खाने के बाद हम किसी भी काम को ज्यादा अच्छे से कर सकते हैं। साथ ही, घर से निकलते समय मीठा खाने से हमारे सभी नकारात्मक विचार समाप्त हो जाते हैं और हमारे अंदर सकारात्मक ऊर्जा का संचार होता है।
कुछ लोग दही और चीनी खाकर किसी भी शुभ कार्य की शुरूआत करते हैं। इस मीठे स्वाद से हमारा मन तुरंत ही दूसरे सभी बुरे विचारों से हट जाता है। मीठा खाने से रक्त संचार बढ़ जाता है। एनर्जी मिलती है।शुभ कार्य के पहले मीठा खाना चाहिए परंतु ज्यादा मीठा स्वास्थ्य के लिए हानिकारक है।