Edited By Punjab Kesari,Updated: 05 Dec, 2017 11:33 AM
देश में कुछ संस्थाओं के करीब 30 हजार इंजीनियर अपनी डिग्री की वैधता को बरकरार...
नई दिल्ली : देश में कुछ संस्थाओं के करीब 30 हजार इंजीनियर अपनी डिग्री की वैधता को बरकरार रखना सुनिश्चित करने के लिये परीक्षा देंगे। उच्चतम न्यायालय ने हाल ही में चार डीम्ड विश्वविद्यालय की ओर से दूरस्थ शिक्षा के माध्यम से प्रदान की गई डिग्री को रद्द करने के आदेश के मद्देनजर यह घटनाक्रम सामने आया है । विश्वविद्यालय अनुदान आयोग (यूजीसी )ने पिछले सप्ताह चार डीम्ड टू बी विश्वविद्यालयों - जे एन आर राजस्थान विद्यापीठ, इलाहाबाद कृषि संस्थान, इंस्टीट्यूट आफ एडवांस स्टडीज इन एजुकेशन, विनायक मिशन रिसर्च इंस्टीट्यूट फाउंडेशन की डिग्री को रद्द कर दिया था जो दूरस्थ शिक्षा के माध्यम से प्रदान किये गए थे । यह आदेश उच्चतम न्यायालय के पिछले महीने दिये गए आदेश के आलोक में सामने आया है।
अदालत ने इन चार संस्थाओं के संबंध में मंजूरी देने की सीबीआई जांच का भी आदेश दिया था । एक वरिष्ठ अधिकारी ने बताया कि करीब 30 हजार छात्र इस कदम से प्रभावित हो सकते हैं और उनके मई या जून में परीक्षा के लिये पंजीकरण कराने की संभावना है। उम्मीदवारों को ऐसा करने के लिये 15 जनवरी तक का समय है ताकि उनकी डिग्री की वैधता बनी रहे ।