Edited By Punjab Kesari,Updated: 01 Nov, 2017 12:42 PM
बॉडी लैंग्वेज एक ऐसा विज्ञान है, जिसका प्रभाव हमारे जीवन के हर अंश पर पड़ता है। वास्तव में बॉडी लैंग्वेज एक ऐसा तंत्र है, जिसके माध्यम से आप न केवल दूसरों के हाव-भाव देखकर उसकी मन:स्थिति को जान सकते हैं, वरन् स्वयं का
बॉडी लैंग्वेज एक ऐसा विज्ञान है, जिसका प्रभाव हमारे जीवन के हर अंश पर पड़ता है। वास्तव में बॉडी लैंग्वेज एक ऐसा तंत्र है, जिसके माध्यम से आप न केवल दूसरों के हाव-भाव देखकर उसकी मन:स्थिति को जान सकते हैं, वरन् स्वयं का शारीरिक व्यवहार भी इसके अनुरूप करके मनचाही सफलता पा सकते हैं। बॉडी लैंग्वेज ही एक ऐसी कला है, जिसके द्वारा आप लोगों के बीच लोकप्रियता के नए शिखर स्थापित करके सबके चहेते बन सकते हैं। नि:संदेह बॉडी लैंग्वेज व्यक्तित्व विकास का दर्पण है और आप आत्म सुधार के साथ-साथ किसी दूसरे के हाव-भाव देखकर उसकी पर्सनैलिटी का अनुमान बॉडी लैंग्वेज से लगा सकते हैं। दूसरों के मन की बातें समझने और अपने को दूसरों के मनोनुकूल बनाने के लिए बॉडी लैंग्वेज को जानना व समझना महत्वपूर्ण है।
यदि आपके सामने कोई प्रस्ताव लेकर आ रहा है तो उसे आपकी मुद्राओं से इस बात की भनक न लगे कि आपने अंतिम फैसला तो पहले ही ले लिया है और आप महज औपचारिकता पूरी कर रहे हैं।
आप तनाव में हैं और जन्मदिन की खुशी भी व्यक्त करना चाहते हैं तब आप अपनी देह भाषा को किस प्रकार व्यक्त करें? तब आपको तनाव एक तरफ रख देना चाहिए और खुशी के पारम्परिक व्यवहार की बजाय उपहार के नएपन से उसे भरना चाहिए। देह भाषा से मानवीय आधार पर श्रेष्ठ, सफल और स्वीकार्य बनने में सफल होने का रास्ता बन जाता है। यह सब तब संभव है जब आप यह जान लें कि आपकी प्रतिक्रिया तथा दूसरे की प्रतिक्रिया मिलकर क्या निष्कर्ष दे रही है। यह बॉडी लैंग्वेज में विशेषज्ञता हासिल करके ही संभव बनाया जा सकता है कि आप प्रेम करने वालों से प्रयुत्तर में प्रेम कर सकें, दूरी बनाए रखने के तौर-तरीके जान सकें, हर व्यक्ति की पसंद-नापसंद का अंदाजा लगा सकें तथा अपने वास्तविक गुणों से सामने वाले तक पहुंच सकें।