Edited By Punjab Kesari,Updated: 10 Feb, 2018 04:49 PM
यूपी बोर्ड की परीक्षाएं शुरु हो चुकी है और सीबीएसई बोर्ड के एग्जाम शुरु होने में अभी वक्त है। स्टूडेंट्स दिल लगा कर पढ़ाई करने...
नई दिल्ली : यूपी बोर्ड की परीक्षाएं शुरु हो चुकी है और सीबीएसई बोर्ड के एग्जाम शुरु होने में अभी वक्त है। स्टूडेंट्स दिल लगा कर पढ़ाई करने में जुटे हुए है। अक्सर कई स्टूडेंट्स के साथ एेसा होता है कि वह काफी मेहनत से पढ़ाई करते है ताकि अच्छे नंबर ला सकें। लेकिन इतनी मेहनत करने के बाद भी उनके कम नंबर आते है । स्टूडेंट्स को लगता है कि इतनी तैयारी के बाद एग्जाम देने के बाद भी पता नहीं क्यों अच्छे मार्क्स क्यों नहीं आए। इसका मुख्य कारण होता है एग्जाम लिखने के दौरान की जाने वाली छोटी- छोटी गलतियां जिसकी वजह से मार्क्स कम आते है। अाइए जानते है कि आंसर शीट में जवाब लिखते समय सावधानियां बरतनी चाहिए, ताकि परीक्षा के परिणाम में किसी भी प्रकार का प्रभाव ना पड़े
अक्सर टीचर शिकायत करते हैं कि स्टूडेंट्स आंसर शीट में ऐसे लिखते हैं, जिन्हें पढ़ पाना बेहद मुश्किल होता है। वह कई कॉपियों में प्रश्नों को काटकर दोबारा उत्तर लिख देते हैं। जिससे एग्जामिनर को कॉपियां चेक करने में खास दिक्कत होती है। इसलिए आज से ही साफ-सुथरा लिखने की आदत डालें।
अगर आपकी राइटिंग खराब है तो ऐसे में एग्जामिनर आपके मार्क्स काट सकता है। इसलिए सही आंसर के साथ साफ-सुथरा लिखें।
पेपर के शुरुआत के दो-चार सवाल पढ़ कर आंसर लिखने की कोशिश ना करें।पहले पेपर को अच्छे से पढ़ लें फिर उत्तर लिखना शुरू करें।कठिन सवालों को पहले हल करने की जल्दबाजी कतई ना करें। इससे समय बर्बाद हो जाता है और कई बार आता हुआ उत्तर भी छूट जाता है।
अगर कोई सवाल का उत्तर लिखते समय ज्यादा टाइम लग रहा है तो उसे छोड़कर आगे बढ़ें। बाद में टाइम बचने पर उसे करें।
आंसर शीट को पढ़ने के लिए अंत में 10 मिनट जरूर निकालें। साथ ही पेपर के ऊपर रोल नंबर और नाम के सिवा कुछ ना लिखें।