Edited By Punjab Kesari,Updated: 05 Feb, 2018 02:49 PM
राष्ट्रीय शैक्षिक अनुसंधान परिषद (एनसीईआरटी) के सभी पाठ्यक्रमों को डिजिटल प्रारूप में तैयार करने ...
नई दिल्ली : राष्ट्रीय शैक्षिक अनुसंधान परिषद (एनसीईआरटी) के सभी पाठ्यक्रमों को डिजिटल प्रारूप में तैयार करने की लिए जोरशोर से काम रह रही है और संभवत दिसंबर तक डिजिटल प्रारूप में सभी पाठ्यक्रम तैयार हो जाएंगे। एक अधिकारी का कहना है कि ई-कंटेंट और डिजिटल बुक तैयार करने के लिये दिसंबर तक का लक्ष्य रखा गया है। इसके तहत सभी कक्षाओं के संपूर्ण पाठ्यक्रम का ई-वर्जन तैयार कर लिया जाएगा। यह पाठ्यक्रम सभी के लिये निशुल्क उपलब्ध होगा। इसके लिये शिक्षकों को आवश्यक प्रशिक्षण भी उपलब्ध कराया जाएगा व कार्यशालायें आयोजित की जाएंगी।
ई-कंटेंट डेवलप करने के साथ ही सभी कक्षाओं की पाठ्यचर्या की विषयवार समीक्षा भी जाएगी। उन्होने बताया कि समीक्षा के लिये बहुत सारे सुझाव, सुधार और संपादन प्राप्त हुये हैं। इनको नये पाठ्यक्रम में शामिल किया जाएगा। उन्होंने बताया कि ई-पाठशाला के तहत बने कोष में 10,692 ई-कंटेंट हैं और वेब पोर्टल और मोबाइल एप में 650 ई-पुस्तकें और 3 हजार ऑडियो-वीडियो रिसोर्स शामिल किये गये हैं। ई-पुस्तकों में कक्षा एक से बारहवीं तक की 364 पाठ्य पुस्तकें हिंदी, अंग्रेजी और उर्दू भाषा में उपलब्ध हैं, वहीं अन्य 285 पुस्तकों में टीचर हैंडबुक, जर्नल, और अन्य रिसोर्स मटीरियल शामिल हैं। इस कोष को दिसंबर तक सभी पाठ्यपुस्तकों से पूर्ण कर दिया जाएगा। अधिकारी ने बताया कि इसके साथ ही परिषद की ओर से तैयार किये गये लर्निंग आउटकम को लागू करने के लिये राज्यों के साथ मिलकर अभियान चलाया जाएगा।