Edited By Punjab Kesari,Updated: 24 Jul, 2017 09:54 AM
पब्लिक एडमिनिस्टे्रशन में पीएच.डी. व एम.फिल. करने वाले छात्रों का ,,,
शिमला : पब्लिक एडमिनिस्टे्रशन में पीएच.डी. व एम.फिल. करने वाले छात्रों का भविष्य अंधेरे में है। प्रदेश सरकार पिछले कई वर्षों से कालेजों में उक्त विषय के पद नहीं दे रही है। इसके साथ ही कालेजों में सेवानिवृत्ति के बाद खाली पड़े पदों को भी नहीं भरा जा रहा है। सूत्रों की मानें तो इस समय प्रदेश में नए खोले गए और पुराने 13 कालेजों में पब्लिक एडमिनिस्टे्रशन विषय का एक भी पद नहीं है। ऐसे में पब्लिक एडमिनिस्टे्रशन विषय में एम.ए., पीएच.डी., एम.फिल. व इसमें नैट व सैट पास करने वाले छात्रों को नौकरी के लिए बाहरी राज्यों का रुख करना पड़ रहा है।
छात्रों का भविष्य असुरक्षित
इस समय प्रदेश में सैंकड़ों छात्र ऐसे हैं जो इसमें यू.जी.सी. नैट और सैट पास कर कालेजों में उक्त विषय को पढ़ाने की पात्रता रखते हैं लेकिन सरकार द्वारा कालेजों व स्कूलों में इस विषय को न देने से इन छात्रों का भविष्य असुरक्षित हो गया है। इसी मामले को लेकर प्रदेशभर से पब्लिक एडमिनिस्ट्रेशन में एम.ए., एम.फिल. व पीएच.डी. करने वाले छात्रों, उनके अभिभावकों व शिक्षकों का एक प्रतिनिधिमंडल मुख्यमंत्री से मिला। इस दौरान उन्होंने कालेजों व स्कूलों में उक्त विषय के नए पदों को देने व खाली पड़े पदों को भरने की मांग मुख्यमंत्री से की है ताकि उनके बच्चों को प्रदेश में ही नौकरी मिल सके। इस पर मुख्यमंत्री ने उन्हें आश्वासन दिया है कि उनकी मांग पर गौर किया जाएगा। कालेजों में उक्त विषय के खाली पदों को भरने व नए पदों के सृजन की मांग काफी लंबे समय से आ रही है। कालेजों में पब्लिक एडमिनिस्टे्रशन के भरे व खाली पदों का ब्यौरा मांगा गया है। इसके बाद एक प्रस्ताव तैयार कर सरकार को भेजा जाएगा।