Edited By Punjab Kesari,Updated: 04 Oct, 2017 11:43 AM
सरकारी स्कूल में पढ़ने वाले स्टूडेंट्स को गुणवत्ता पूर्ण शिक्षा प्रदान करने...
नई दिल्ली: सरकारी स्कूल में पढ़ने वाले स्टूडेंट्स को गुणवत्ता पूर्ण शिक्षा प्रदान करने की दिशा में एक नया कदम उठाते हुए नया नियम बनाया है। दिल्ली सरकार के दुारा बनाए गए इस नए नियम के तहत सरकारी स्कूलों मेें अब छठी से आठवीं तक की कक्षाओं के बच्चों को नोट बुक जमा कराने और विषय की समझ के लिए अंक मिलेंगे। दरअसल सीबीएसई के निर्देशानुसार इस वर्ष शिक्षा निदेशालय ने छठी से आठवीं तक की परीक्षा के प्रारूप में बदलाव किया है।
इस बदलाव के तहत पहले सेशन के एग्जाम में नोटबुक जमा करने के दो नंबर और विषय एनरिचमेंट (विषय संवर्धन) के लिए तीन नंबर दिए जायेंगे। जबकि, दूसरे सेशन में नोटबुक जमा कराने के तीन नंबर और विषय इनरिचमेंट के लिए दो नंबर दिए जायेंगे। बता दें, साल 2018 से 10वीं का बोर्ड एग्जाम सीबीएसई लेगा। ऐसे में पहले से ही बच्चे एग्जाम के लिए तैयार हो जाएं इसके लिए इसके लिए छठी से नौवीं तक के असेसमेंट और एग्जामिनेशन सिस्टम में कुछ बदलाव किया गया था
इसके कारण सभी स्कूलों को एक जैसा रिपोर्ट कार्ड जारी करना है। यह सिस्टम वर्तमान सत्र से लागू किया गया है। इस सिस्टम के मद्देनजर शिक्षा निदेशालय ने सितंबर में प्रमोशन पॉलिसी व एग्जामिनेशन पैटर्न में बदलाव करते हुए इसकी जानकारी स्कूलों को भेजी है। निदेशालय द्वारा बनाये नए एग्जाम पैटर्न के मुताबिक, अब से छठी क्लास से लेकर आठवीं क्लास तक के फर्स्ट सेशन में कुल 40 नंबर के एग्जाम होंगे। इनमें 5 नंबर यूनिट टेस्ट के, 2 नंबर नोटबुक जमा करने के, 3 नंबर विषय की समझ के लिए दिए जायेंगे। जबकि, अर्धवार्षिक (पहले टर्म) परीक्षा के लिए 30 नंबर होंगे। इस पैटर्न के आधार पर 10 अक्टूबर को स्कूलों में रिजल्ट जारी किया जायेगा।
इसके अलावा दूसरे सेशन में एग्जाम कुल 60 नंबर का होगा। इनमें 5 नंबर यूनिट टेस्ट के, 3 नंबर नोटबुक जमा करने के, 2 नंबर विषय की समझ के और 50 नंबर वार्षिक परीक्षा के दिए जायेंगे।