Edited By Punjab Kesari,Updated: 25 Jan, 2018 04:48 PM
शिक्षा की गुणवत्ता बेहतर बनाने को केंद्र सरकार की सर्वोच्च प्राथमिकता बताते हुए मानव संसाधन विकास मंत्री प्रकाश जावड़ेकर ने...
नई दिल्ली : शिक्षा की गुणवत्ता बेहतर बनाने को केंद्र सरकार की सर्वोच्च प्राथमिकता बताते हुए मानव संसाधन विकास मंत्री प्रकाश जावड़ेकर ने कहा कि पढ़ाई अच्छी नहीं होगी तो ‘उत्पाद’ अच्छा नहीं होगा, इसलिए हमें परिणाम आधारित अच्छी गुणवत्तापूर्ण शिक्षा सुनिश्चित करना है। ‘‘तकनीकी शिक्षा में अच्छी गुणवत्तापूर्ण शिक्षा एवं आदर्श पाठ्यक्रम पेश’’करने के कार्यक्रम को संबोधित करते हुए जावड़ेकर ने कहा कि अच्छे पाठ्यक्रम तैयार करना बोर्ड आफ स्टडजीज का काम है । लेकिन आज विश्वविद्यालयों के पास इसके लिये समय नहीं है। काफी समय राजनीति में ही चला जाता है ।
उन्होंने कहा कि प्रधानमंत्री कहते हैं कि स्थानीय निकायों, विधानसभा और लोकसभा के चुनाव एक साथ कराये जाएं। ‘मैं समझता हूं कि इसकी शुरूआत विश्वविद्यालयों से करनी चाहिए। पाठ्यक्रम सुधार नहीं हो पा रहा है। छात्रों के साथ इससे बड़ा अन्याय और हो ही नहीं सकता है। मानव संसाधन विकास मंत्री ने कहा कि छात्रों को और अधिक सामयिक चीजे सिखाने की जरूरत है। इस दिशा में तकनीकी शिक्षा का मॉडल पाठ्यक्रम तैयार किया गया है। यह अच्छी पहल है और हर साल इसे अपडेट किया जाना चाहिए ।
अपने अनुभव साझा करते हुए जावडेकर ने कहा कि वह एक स्थान पर गए थे जहां लोगों के कौशल सम्पन्न और हुनरमंद सम्पन्न होने की तस्वीर देखी । दूसरी ओर एक अन्य स्थान पर सफाईकर्मी के पद के लिये स्नातकोत्तर और इंजीनियरों के आवदेन देने की खबर पढ़ी। जावड़ेकर ने सवाल किया कि यह असमानता की स्थिति क्यों है ? ‘‘ पढ़ाई अच्छी नहीं होगी, तब प्रोडक्ट (उत्पाद) अच्छा नहीं होगा । गुणवत्तापूर्ण शिक्षा से सबसे अधिक भला देश का होता है । शिक्षा भविष्य, देश का भविष्य और एक नयी पीढ़ी तैयार करने में सहायक होती है । पढ़ाई अच्छी होगी, तब देश का भविष्य अच्छा होगा । ’’