Edited By Punjab Kesari,Updated: 22 Jul, 2017 11:54 AM
सरकार भले ही घर-द्वार पर शिक्षा मुहैया करवाने के बड़े-बड़े दावे करती है परंतु उसके यह ...
तेलका : सरकार भले ही घर-द्वार पर शिक्षा मुहैया करवाने के बड़े-बड़े दावे करती है परंतु उसके यह दावे खोखले साबित हो रहे हैं। आज भी इस क्षेत्र के कई गांव ऐसे हैं जहां पर बच्चों को प्रारंभिक शिक्षा ग्रहण करने के लिए मीलों दूर जाना पड़ता है जिस वजह से उन्हें काफी परेशानियों का सामना करना पड़ता है। ऐसे ही खलोह, मचरोट, डिन व बलूण गांव हैं जहां के बच्चों को पढ़ाई करने के लिए 2 घंटे का सफर तय कर स्कूल पहुंचना पड़ता है, ऐसे में उनका पूरा दिन आने-जाने में ही व्यतीत हो जाता है जिससे वे अपनी पढ़ाई सुचारूरूप से नहीं कर पाते हैं। अभिभावकों में तारु राम, करनैलो, कमलेश, पुन्नू राम, सुनीता देवी व विमला आदि का कहना है कि बच्चों को आगे की शिक्षा लंबी दूरी का सफर तय कर ग्रहण करनी पड़ रही है। उक्त लोगों का कहना है कि इस समस्या के बारे में कई बार सरकार व विभाग को अवगत करवाया गया है परंतु अभी तक इस संदर्भ में कोई भी कार्रवाई अमल में नहीं लाई गई है। लोगों ने एक बार पुन: सरकार व विभाग से मांग की है कि जल्द से जल्द खलोह गांव में प्राथमिक पाठशाला खोली जाए ताकि बच्चों को पढ़ाई करने में दिक्कतों का सामना न करना पड़े।