Edited By Punjab Kesari,Updated: 03 Dec, 2017 01:41 AM
बेंगलुरू की एक स्टार्टअप कंपनी का दावा है कि फेसबुक द्वारा 2015 में शुरू की गई एक आर्टीफिशियल इंटैलीजैंस (ए.आई.) चुनौती को सफलतापूर्वक पूरा करने वाली वह पहली कंपनी बन गई है। यह चुनौती 20 हिस्सों में बंटी एक मुश्किल प्रक्रिया थी। एक विशेष दृष्टिकोण...
वाशिंगटन: बेंगलुरू की एक स्टार्टअप कंपनी का दावा है कि फेसबुक द्वारा 2015 में शुरू की गई एक आर्टीफिशियल इंटैलीजैंस (ए.आई.) चुनौती को सफलतापूर्वक पूरा करने वाली वह पहली कंपनी बन गई है। यह चुनौती 20 हिस्सों में बंटी एक मुश्किल प्रक्रिया थी।
एक विशेष दृष्टिकोण को अपनाते हुए डाटावल एनालिटिक्स ने सभी 20 लक्ष्यों को पूरा किया है। इन्हें 20 क्यू.ए. बी.ए.बी.आई. टास्क कहा जाता है जिसे कंपनी ने 100 प्रतिशत सटीकता के साथ पूरा किया। कंपनी की एक विज्ञप्ति के अनुसार इस टैस्ट का आयोजन फेसबुक ए.आई. रिसर्च (फेयर) ने किया था। इसका मकसद ए.आई. आधारित कार्यक्रमों के प्रदर्शन समझना और उनका आकलन करना था।
डाटावल एनालिटिक्स का मुख्यालय शिकागो में है लेकिन उसका परिचालन कार्यालय बेंगलुरू में है। इसकी स्थापना भारतीय सेना के पूर्व अधिकारी लैफ्टिनैंट कर्नल शशि किरण और लैफ्टिनैंट कर्नल नवीन जेवियर ने की थी। इस कंपनी की टीम को प्रमुख उद्यमी, नवोन्मेषक, नीति निर्माता और विचारक सैम पित्रोदा से प्रशिक्षण प्राप्त हुआ है। पित्रोदा कंपनी के चेयरमैन हैं।
पित्रोदा ने कहा, ‘‘फेसबुक ने इस टैस्ट को 2015 में बनाया था। कई वैश्विक कंपनियों ने इसके लिए बहु प्रयास किए हालांकि पूर्व में कोई भी कंपनी सफल नहीं हुई।’’ डाटावल ने एक नई स्वाभाविक तौर पर भाषा समझने वाली एक तकनीक विकसित की है, जिसका अधिकांश ध्यान इंसानों के भाषा समझने और समस्या को सुलझाने के पूरे तरीके पर आधारित प्रणाली से है।