Edited By ,Updated: 15 Apr, 2015 10:58 AM
वैसे तो सरकार खिलाड़ियों को करोड़ों का इनाम देती है। उनके खाने पीने का ध्यान रखती है।
कैथल: वैसे तो सरकार खिलाड़ियों को करोड़ों का इनाम देती है। उनके खाने पीने का ध्यान रखती है। परन्तु कैथल के गांव मानस में फुटबॉल की चार राष्ट्रीय स्तर की खिलाड़ी दूसरों के खेतों में गेहूं काटने को मजबूर हैं। इनके परिवारों की आर्थिक स्थिति खराब है। सरकार को उनकी मदद करनी चाहिए।
आपको बता दें पूनम ने 2014 में रांची में आयोजित पायका नेशनल में गोल्ड और स्टेट प्रतियोगिता में सिल्वर आदि प्राप्त किया है और साथ ही साथ मुंबई व अम्बाला में आयोजित स्कूल नेशनल स्पर्धा में दूसरा स्थान प्राप्त किया है। दूसरी ओर पूनम बोली, सूखी रोटी खाकर प्रैक्टिस करती हूं।
पूनम के पिता कर्मबीर भट्ठा का कहना है कि जब सुदेश बाहर खेलने जाती है तो ब्याज पर पैसे मांगकर देने पड़ते हैं। पूनम के माता-पिता भट्ठे पर काम करते हैं और उनका कहना है कि अगर बेटी अपने माता-पिता के घर में ही अपने पैरों पर खड़ी हो जाए तो उसे ससुराल में किसी प्रकार की दिक्कत का सामना नहीं करना पड़ता।