Edited By ,Updated: 14 May, 2015 09:18 PM
पूर्व मुख्यमंत्री प्रेम कुमार धूमल ने मुख्यमंत्री वीरभद्र सिंह के बयान पर पलटवार किया है। उन्होंने कहा कि अगर वीरभद्र सिंह को 7वीं बार मुख्यमंत्री बनने का इतना ही शौक है, तो वह विधानसभा भंग कर चुनाव करवा लें।
मंडी: पूर्व मुख्यमंत्री प्रेम कुमार धूमल ने मुख्यमंत्री वीरभद्र सिंह के बयान पर पलटवार किया है। उन्होंने कहा कि अगर वीरभद्र सिंह को 7वीं बार मुख्यमंत्री बनने का इतना ही शौक है, तो वह विधानसभा भंग कर चुनाव करवा लें। वीरवार शाम मंडी में पत्रकारों से बात करते हुए धूमल ने कहा कि बड़े लोगों को सार्वजनिक मंच से बोलते हुए अपने पद और वरिष्ठता का ख्याल रखना चाहिए। सारा प्रदेश जानता है कि क्षेत्रवाद और जातिवाद की राजनीति कौन कर रहा है। आम नागरिक सब देखता है और निर्णय भी करता है। उन्होंने कहा कि यह काम करने वाली सरकार नहीं बल्कि कोरी घोषणाएं करने वाली सरकार है।
धूमल ने मुख्यमंत्री की इस बात पर हैरानी जताई कि इस बार स्कूलों व कालेज की घोषणा तो कर दी लेकिन उन्हें अमलीजामा अगले वर्ष पहनाया जाएगा। धूमल ने कहा कि इससे जाहिर होता है कि सरकार का खजाना खाली है और वे मात्र लोगों का ध्यान अपनी ओर आक र्षित करने के लिए प्रदेश में घूम रहे हैं जबकि अधिकांश योजनाओं को पैसा केंद्र से आ रहा है। उन्होंने कहा कि लोकतंत्र लोकलाज व पक्ष और विपक्ष दोनों से चलता है।
धूमल ने मुख्यमंत्री के उस बयान जिसमें उन्होंने सड़कों की हालत न सुधरने पर अधिकारियों को डिमोट करने की धमकी दी है, पर सवाल किया कि अब तक कितने अधिकारियों का डिमोशन किया गया और कितनी सड़कों की हालत सुधरी है। धूमल ने कहा कि सड़कों पर पड़े गड्ढों को मिटटी से भरा जा रहा है और सरकार की मिट्टी उड़ रही है। चंदैश में सरकाघाट के विधायक कर्नल इंद्र सिंह को मंच से वापस लौटाने के मुद्दे पर उन्होंने कहा कि कांग्रेस अब सरकारी समारोह को पार्टी की जनसभा में बदलने लगी है। अगर सरकाघाट के विधायक उस मंच पर रहते तो वे सरकार की पोल खोल देते इसलिए उन्हें जनसभा से पहले ही वापस लौटा दिया गया।