Edited By ,Updated: 11 Jun, 2015 09:47 AM
मुख्यमंत्री वीरभद्र सिंह ने कहा कि तेंदुआें के व्यवहार, उनके घूमने-फिरने की आदतों एवं अन्य गतिविधियों के बारे में लोगों को जागरूक एवं संवेदनशील बनाने की आवश्यकता है....
शिमला: मुख्यमंत्री वीरभद्र सिंह ने कहा कि तेंदुआें के व्यवहार, उनके घूमने-फिरने की आदतों एवं अन्य गतिविधियों के बारे में लोगों को जागरूक एवं संवेदनशील बनाने की आवश्यकता है ताकि एक परिवेश में रहते हुए लोगों में तेंदुआें के प्रति सहज सद्भाव का दृष्टिकोण विकसित हो। मुख्यमंत्री बुधवार को 'लिविंग विद लैपर्ड्स' विषय पर आयोजित कार्यशाला में बोल रहे थे।
वीरभद्र सिंह ने बड़े स्तर पर जन जागरूकता अभियान छेडऩे की आवश्यकता पर बल देते हुए कहा कि मानव व जानवर के मध्य टकराव के मामलों को लेकर प्रदेशभर में लोगों को संवेदनशील बनाए जाने के लिए अभियान छेड़ा जाना चाहिए। उन्होंने कहा कि हमारी सह-अस्तित्व की प्राचीन सांस्कृतिक समझ को बलवती करने की आवश्यकता है।
वीरभद्र सिंह ने मानव के साथ वन्य प्राणियों के टकराव की घटनाआें वाले स्थलों पर वन्य प्राणी प्रजातियों की गणना करने को कहा तथा इसे समयबद्घ तरीके से शीघ्रतापूर्वक किए जाने के निर्देश दिए। इससे पूर्व वन मंत्री ठाकर सिंह भरमौरी ने कार्यशाला के आयोजन के उद्देश्यों बारे विस्तृत ब्यौरा दिया। उपाध्यक्ष हि.प्र. वन निगम केवल सिंह पठानिया, प्रधान मुख्य अरण्यपाल जेएस वालिया, नैशलन जियोग्राफिक से स्टीव विन्टर, भारतीय वन्य प्राणी संरक्षण सोसायटी से बेलिंडा राईट, राष्ट्ररीय संरक्षण फाऊंडेशन से यशवीर भटनागर व विद्या अथरेया सहित अन्य लोग भी बैठक में उपस्थित थे।