Edited By Punjab Kesari,Updated: 28 Jan, 2018 12:40 PM
हिमाचल प्रदेश अंशकालीन पटवारी सहायक यूनियन का सम्मेलन कालीबाड़ी हॉल शिमला में सम्पन्न हुआ। इसमें प्रदेश भर से लगभग 200 लोगों ने भाग लिया। सम्मेलन में राज्य स्तरीय यूनियन का गठन करके नई कमेटी का चयन किया गया।
शिमला: हिमाचल प्रदेश अंशकालीन पटवारी सहायक यूनियन का सम्मेलन कालीबाड़ी हॉल शिमला में सम्पन्न हुआ। इसमें प्रदेश भर से लगभग 200 लोगों ने भाग लिया। सम्मेलन में राज्य स्तरीय यूनियन का गठन करके नई कमेटी का चयन किया गया।
सुरेश पोषेटा को अध्यक्ष,प्रदीप कुमार को उपाध्यक्ष,हितेश ठाकुर को महासचिव,प्रदीप,योगराज,रमेश,अजय को सचिव,पनमा,अनिल,अनीता,किशोर चुन्टा को कोषाध्यक्ष, मोहनलाल को मुख्य सलाहकार,भूपेंद्र,आशीष,देवेंद्र को सलाहकार,राकेश ठाकुर,सतपाल,जगत शर्मा,मुकेश को सलाहकार,नन्द लाल,प्रकाश,पूनम, कांता, हवरसिंह,परीक्षित,मुकेश,सुनील,भूपेंद्र,किशोर,हरीश,सत्या,बलवंत,सुरजीत,शेर सिंह,सनी,पूनम व देवेंद्र को कमेटी सदस्य चुना गया। यूनियन अध्यक्ष सुरेश पोषेटा ने प्रदेश सरकार से मांग की है कि प्रदेश में कार्यरत सभी 2200 अंशकालीन पटवारी सहायकों को सरकार कॉन्ट्रैक्ट पॉलिसी के तहत लाए।
अंशकालीन पटवारी सहायक भारी शोषण के शिकार
उन्हें सरकारी कर्मचारी को मिलने वाली सभी सुविधाएं दी जाएं। उन्हें छुटियां, प्रोविडेंट फंड, बोनस, मेडिकल आदि सभी प्रकार की सुविधाएं दी जाएं। उनका वेतन हर माह सुनिश्चित किया जाए। उन्होंने कहा है कि अंशकालीन पटवारी सहायक भारी शोषण के शिकार हैं। उन्हें केवल 3 हज़ार रुपये वेतन दिया जाता है जबकि काम 8 घण्टे से भी ज़्यादा करवाया जाता है। उन्हें पिछले 10 महीने से वेतन का भुगतान नहीं किया गया है। उन्हें कोई छुट्टी व मेडिकल सुविधा नहीं दी जाती है। पटवारी के स्तर के सभी कार्य पटवारी सहायकों से करवाये जाते हैं परन्तु प्रदेश सरकार द्वारा घोषित न्यूनतम वेतन भी इन्हें नहीं दिया जाता है। उन्होंने प्रदेश सरकार व मुख्यमंत्री से पटवारी सहायकों की मांगों को पूरा करने का अनुरोध किया है।