Edited By ,Updated: 05 Feb, 2016 06:06 PM
नॉर्थ कोरिया के सैटेलाइट लॉन्च को देखते हुए जापान ने अपनी कई फ्लाट्स के रूट बदल दिए हैं। जानकारी के मुताबिक, नॉर्थ कोरिया 8 से 25 फरवरी के बीच ‘अर्थ ऑब्जर्वेशन सैटेलाइट लॉन्च’ कर सकता है।
सिओल: नॉर्थ कोरिया के सैटेलाइट लॉन्च को देखते हुए जापान ने अपनी कई फ्लाट्स के रूट बदल दिए हैं। जानकारी के मुताबिक, नॉर्थ कोरिया 8 से 25 फरवरी के बीच ‘अर्थ ऑब्जर्वेशन सैटेलाइट लॉन्च’ कर सकता है। प्योंगयांग ने मंगलवार को इंटरनेशनल मैरीटाइम ऑर्गनाइजेशन को इसकी जानकारी देते हुए कहा, वे सैटेलाइट लॉन्च कर रहे हैं, लेकिन बाकी देश इसे बैलिस्टिक मिसाइल टेस्ट के तौर पर देख रहे हैं।
इंटरनेशनल मैरीटाइम ऑर्गेनाइजेशन के मुताबिक, सैटेलाइट लॉन्चिंग के बाद पहले स्टेप में रॉकेट का मलबा साउथ कोरिया और चीन के समुद्री इलाके में गिरेगा। जबकि, दूसरे स्टेप में मलबा फिलीपींस के नॉर्थ कोस्ट में गिरेगा। जापान इसको लेकर इसलिए एहतियात बरत रहा है, कि कहीं फ्लाइट्स से रॉकेट टेस्ट का मलबा ना टकरा जाए। इसलिए उसने ऑल निप्पो की टोक्यो के हनेदा एयरपोर्ट से मनीला, मनीला से टोक्यो के नरीता एयरपोर्ट और जकार्ता से नरीता जाने वाली फ्लाइट्स और जापान एयरलाइंस की जकार्ता से नरीता और नरीता से मनीला जाने वाली फ्लाइट्स के रूट बदले हैं।
वहीं, नॉर्थ कोरिया की सैटेलाइट लॉन्च का कई देशों ने विरोध किया है। साउथ कोरिया ने नॉर्थ कोरिया को चेतावनी दी है कि अगर उसने ऐसा किया तो उसे गंभीर परिणाम भुगतने होंगे। जापान के पीएम शिंजो आबे के मुताबिक, उनकी कैबिनेट यूएस और साउथ कोरिया के साथ मिलकर जानकारी जुटा रही है और वे इसका कड़ा जवाब देंगे। जबकि चीन के फॉरेन मिनिस्ट्री के स्पोक्सपर्सन लू कैंग ने इस पर गहरी चिंता जताते हुए कहा, हमें उम्मीद है कि नॉर्थ कोरिया की इस हरकत से चिंता का माहौल नहीं बनेगा।