Edited By ,Updated: 05 Dec, 2016 02:46 PM
दुनिया भर में अवसाद ग्रस्त लगभग 35 करोड़ लोगों को न्यूनतम उपचार भी प्राप्त नहीं हो पाता है...
लंदनः दुनिया भर में अवसाद ग्रस्त लगभग 35 करोड़ लोगों को न्यूनतम उपचार भी प्राप्त नहीं हो पाता है। विश्व स्वास्थ्य संगठन (WHO) द्वारा 21 देशों के 50000 लोगों पर करवाए गए एक अंतरराष्ट्रीय अध्ययन के अनुसार अच्छी स्वास्थ्य सुविधाओं वाले विकसित देशों में भी अवसाद ग्रस्त 20 प्रतिशत लोगों का ही इलाज बेहतर तरीके से हो पाता है।
गरीब देशों में तो यह स्थिति काफी भयावह है। अध्ययन के अनुसार गरीब देशों में अवसाद से ग्रस्त 27 लोगों में से केवल एक को ही बेहतर उपचार मिल पाता हैं। शोध का नेतृत्व कर रहे किंग्स कॉलेज,लंदन के प्रोफेसर ग्राहम थोरनीक्रोफ्ट ने बताया, अवसाद से ग्रस्त अधिकतर लोगों का इलाज बहुत कम हो पाता है।
उन्होंने राष्ट्रीय और अंतर्राष्ट्रीय संगठनों से आह्वान किया कि मानसिक स्वास्थ्य सेवा में बढ़ोतरी के लिए संसाधन और उपाय बढ़ाने चाहिए ताकि अवसाद से ग्रस्त सभी लोगों का बेहतर इलाज हो सके। WHO के अनुसार दुनिया भर में सभी उम्र के लगभग 35 करोड़ लोग अवसाद से ग्रस्त हैं जिससे दुनिया भर में कार्य हीनता की स्थिति बढ़ रही है।