Edited By Punjab Kesari,Updated: 25 Jun, 2017 06:13 PM
वर्ष 2001 में अमरीकी नेतृत्व में किए गए हमले के बाद से अफगानिस्तान में इस साल का रमजान सबसे घातक रहा है...
काबुलः वर्ष 2001 में अमरीकी नेतृत्व में किए गए हमले के बाद से अफगानिस्तान में इस साल का रमजान सबसे घातक रहा है। इस पाक महीने में 200 से अधिक लोग मारे गए और सैकड़ों अन्य घायल हुए हैं। हमलों की आशंका के बीच ईद से पहले शनिवार को काबुल की सडक़ों पर सन्नाटा पसरा रहा।
दरअसल, आतंकवादियों का मानना है कि यदि वे रमजान के दौरान मारे जाते हैं तो उन्हें जन्नत नसीब होगी। राजनीतिक समीक्षक जनरल अब्दुल वाहिद तकत ने बताया कि यह अफगानों के लिए सबसे घातक महीना रहा है। गौरतलब है कि 27 मई को रमजान शुरू होने के साथ ही हमले शुरू हो गए थे। तालिबान नेता मुल्ला हैबतुल्ला अखुंदाजा ने कल ईद संदेश में यह संकल्प लिया कि विदेशी बलों के अफगानिस्तान से वापस जाने तक लड़ाई जारी रहेगी।